मंगल के कन्या राशि में गोचर के प्रभाव से प्रापर्टी के भाव में उछाल की संभावना रहेगी
HighLights
- 3 अक्टूबर तक कन्या राशि में रहेंगे मंगल, फिर तुला में होगा प्रवेश।
- तेल तिलहन तथा पेट्रोलियम पदार्थ के भाव में भी वृद्धि का संकेत मिलेगा।
- अगस्त के तारे का उदय भी इसी दिन ब्रह्म मुहूर्त के आसपास होना है।
ग्रह गोचर की गणना के अनुसार 18 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर मंगल ग्रह सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं शुक्र का उदय भी सुबह 8.20 बजे हो जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा, जो सभी कार्य की सिद्धि के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार नवग्रहों में पराक्रम और प्रतिष्ठा का कारक माना जाने वाले मंगल ग्रह सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे।
30 जून को मंगल सिंह राशि में आए थे, तकरीबन 47 दिनों का प्रवेश काल होने के बाद 18 अगस्त को कन्या राशि में इनका प्रवेश होगा। इस राशि में वें 3 अक्टूबर को शाम 5.30 बजे तक रहेंगे, उसके बाद तुला राशि में प्रवेश होगा। मंगल के कन्या राशि में गोचर के प्रभाव से प्रापर्टी के भाव में उछाल की संभावना रहेगी। साथ ही तेल तिलहन तथा पेट्रोलियम पदार्थ के भाव में भी वृद्धि का संकेत मिलेगा।
शुक्र का उदय होगा पूर्व दिशा में
लग्जरियस लाइफ एवं फैशन से जुड़े तथा उच्च रहन-सहन का कारक ग्रह शुक्र तारे का उदय 18 अगस्त को सुबह 8.28 बजे होगा। शुक्र का तारा धर्मशास्त्र मान्यता से बहुत महत्व रखता है। क्योंकि इसी ग्रह की साक्षी में सभी देव, पितृ, मांगलिक कार्य संपादित होते हैं। वहीं प्राकृतिक संतुलन तथा कृषि की उपज को प्राण तत्व प्रदान करने में भी इसका मुख्य प्रभाव है। शुक्र के तारे का उदय होने से मौसम में परिवर्तन तथा प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद इसी अनुक्रम से दिखाई देता है।


अगस्त्य तारा भी उदय
देवता की श्रेणी में आने वाले अगस्त के तारे का उदय भी इसी दिन ब्रह्म मुहूर्त के आसपास होना है। इनके उदित होने से धर्म कार्य में गति बढ़ती है। वहीं आध्यात्मिक विचारधारा का प्रवाह धार्मिक या धर्म प्राण जनता में प्रवाह मान होगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग भी
सर्वार्थ सिद्धि योग के होने से सभी प्रकार की खरीदी या शुभ कार्य जिसमें प्रापर्टी का लेनदेन या दुकान की शुरुआत या रजिस्ट्री अथवा निवेश का अनुक्रम भी किया जा सकता है।