रायपुर स्मार्ट सिटी 10 करोड़ के प्रोजेक्ट अधूरे : शहीद स्मारक की छत पर चौपाटी के लिए 3 करोड़ खर्च, पर शुरू नहीं ; ऐसे कई प्रोजेक्ट – मोतीबाग , जीई रोड साइकिल ट्रैक, सप्रे मैदान हेल्दी ट्रैक , बापू की कुटिया , हेरिटेज वॉक …

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राजधानी रायपुर को स्मार्ट बनाने के लिए पिछले कुछ वर्षों में शहर में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। कई योजनाएं बनाई गईं, काम भी पूरे हुए, लेकिन कई योजनाएं ऐसी भी हैं जिसका फायदा शहरवासियों को नहीं मिल पाया। इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के बाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने उसे वैसे ही छोड़ दिया। उपयोग नहीं होने के कारण डेवलप की गईं चीजें खराब हो रही हैं। शहर के पुराने शहीद स्मारक भवन की छत पर चौपाटी डेवलप करने के लिए तीन करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए गए। छत पर महंगी टाइल्स लगाई गई। ग्रीन कारपेट बिछाई गई। डेकोरेटिव पौधों से छत को सजाया गया।

चौपाटी के लिए खासतौर पर महंगी लाइटिंग की व्यावस्था की गई। लेकिन चार साल बाद भी यहां चौपाटी शुरू नहीं हो पाई। इसी तरह 8 करोड़ रुपए की लागत से जयस्तंभ चौक मल्टीलेवल पार्किंग में तीन अतिरिक्त माले बनाए गए। यहां पार्किंग के अलावा लोगों के मनोरंजन के लिए ओपन थियेटर की प्लानिंग थीं।

तीन अतिरिक्त माले का उपयोग इसी उद्देश्य से किया जाना था, लेकिन एक माले में आईटीएमएस का कमांड सेंटर बना दिया गया है। इनके अलावे भी स्मार्ट सिटी के कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिस पर काम हुआ और पैसे भी खूब खर्च किए गए, लेकिन उसका फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

स्मार्ट सिटी की इन योजनाओं पर खर्च तो हुए पर उपयोग नहीं

स्थान – खर्च
मोतीबाग – 3.8 करोड़
जीई रोड साइकिल ट्रैक – 2 करोड़
सप्रे मैदान हेल्दी ट्रैक – 1 करोड़
बापू की कुटिया – 3.22 करोड़
हेरिटेज वॉक – 20 लाख

छत पर टाइल्स लगाई, ग्रीन कारपेट बिछाया

शहीद स्मारक भवन का चार साल पहले रिनोवेशन किया गया। भीतरी हिस्से में बदलाव और साज-सज्जा के अलावा बाहरी हिस्से को भी संवारा गया है। रायपुर स्मार्ट सिटी ने शहीद स्मारक की करीब 50 हजार वर्गफीट छत पर चौपाटी शुरू करने के लिए करीब 3 करोड़ रुपए खर्च किए। 2018 में पूरी छत पर टाइल्स लगाई गई।

ग्रीन कारपेट बिछाया गया। खास तरह के डेकोरेटिव पौधे भी लगाए गए। इतना खर्च होने के बाद आज तक यहां न तो चौपाटी शुरू की गई और न ही मेंटनेंस इत्यादि की व्यवस्था की गई। स्मार्ट सिटी के अफसरों ने भी बढ़चढ़ कर इस चौपाटी का प्रचार किया था। यहां बच्चों के लिए किड्स जोन भी बनाए जाने की योजना थी।

पार्किंग में 3 अतिरिक्त फ्लाेर बनाए गए

नगर निगम ने 2014 में जयस्तंभ चौक के पास रायपुर की पहली मल्टीलेवल पार्किंग बनाई। फिर रायपुर स्मार्ट सिटी ने करीब 8 करोड़ रुपए की लागत से इसमें तीन अतिरिक्त तल बनाने की प्लानिंग की। 7500 वर्गमीटर क्षेत्र के तीन अतिरिक्त माले बनाए गए। निगम के अफसरों का कहना था कि ओपन थियेटर शुरू करने की प्लानिंग की गई थी। बताया गया था कि लोग गाड़ी में बैठे-बैठे मूवी देख सकेंगे। अब तक ऐसा नहीं हो पाया। शहर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शुरू होने पर एक फ्लोर में इसका कमांड सेंटर यानी दक्ष सेंटर शुरू किया गया है।

जिन-जिन उद्देश्यों के तहत जो प्रोजेक्ट पूरे किए गए, उनकी समीक्षा होगी। फिर उपयोगी लगने पर शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। अभी कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स जैसे 24 घंटे पानी, स्मार्ट रोड, अंडरग्राउंड केबलिंग पर काम शुरू हो गया है। आईटीएमएस, कलेक्टोरेट मल्टीलेवल पार्किंग का अच्छा रिस्पांस है।

source – दैनिक भास्कर