रायपुर, प्रदेश के आधा दर्जन शहरों में 26 से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रही। अब तक की जांच में सौ करोड़ रुपये से अधिक के नकद लेनदेन के दस्तावेज मिलने का दावा किया जा रहा है। कई शेल कंपनियों में निवेश के साथ कुछ लोगों को बड़े पैमाने पर नकदी दिए जाने के भी दस्तावेज मिले हैं। अब तक की जांच में करीब सात करोड़ के गहने और 12 करोड़ रुपये नकद जब्त किए जाने की खबर है। आयकर विभाग के अफसरों के अनुसार, जांच का दायरा बढ़ सकता है।
सूत्रों के अनुसार, छापे की यह पूरी कार्रवाई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की निगरानी में चल रही है। महानिदेशक (जांच) मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ अजय श्रीवास्तव और प्रधान निदेशक (जांच) अशोक त्रिपाठी छापे में शामिल अफसरों के लगातार संपर्क में हैं। छापे में बेंगलुरु, नागपुर, दिल्ली, भोपाल, जबलपुर और रायपुर से लगभग 145 आयकर अधिकारी शामिल हैं। वहीं करीब 150 केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान भी तैनात हैं।
इस बीच आयकर विभाग केअफसरों की एक टीम कारोबारी और नेता सूर्यकांत तिवारी और उनके एक सहयोगी से पूछताछ कर रही है। दोनों को शुक्रवार की शाम को रायपुर एयरपोर्ट से पूछताछ के लिए सीधे सिविल लाइन स्थित आयकर कार्यालय ले जाया गया है। अफसरों के अनुसार दोनों को आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 131 के तहत पूछताछ के लिए पहले ही समन भेजा गया था। आयकर सूत्रों के अनुसार, जांच में जमीन सहित अन्य संपत्ति के कागजात मिले हैं। इनके संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि छापे में विभिन्न तरह के खनिजों से बड़े पैमाने पर नकद राशि आने और उसके विभिन्न लोगों के वितरण के भी साक्ष्य मिल रहे हैं।
इन शहरों में चल रही कार्रवाई
आयकर विभाग की टीमों ने गुरुवार को तड़के रायपुर, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, महासमुंद व धमतरी में छापे की कार्रवाई शुरू की है। टीम सूर्यकांत तिवारी, उनके सहयोगी निखिल चंद्राकर, ठेकेदार अजय नायडू व ट्रांसपोर्टर जोगिंदर सिंह सहित कुछ और लोगों के आवास और कार्यालय की जांच कर रही है।