मवेशी चराने जंगल गया था युवक, झटके से जैसे ही वह भालुओं के चंगुल से छूटकर सीधे पेड़ पर जा चढ़ा।
HighLights
- उचेहरा थाना के ग्राम बिहटा निवासी चरवाहा जख्मी, अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- भालुओं के जाने के बाद वह किसी तरह नीचे उतरा और भाग कर सीधे अपने गांव पहुंचा।
- क्षेत्र में टाइगर का भी मूवमेंट होता रहता है और तेंदुए जैसे हिंसक जीव भी नजर आते रहते हैं।
जिले के परसमनिया के जंगल में मवेशी चराने गए ग्रामीण पर भालुओं ने हमला कर दिया। घटना में चरवाहा जख्मी हुआ है। उसे इलाज के लिए उचेहरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उचेहरा थाना के ग्राम बिहटा निवासी रामनाथ कोल पिता रामकिशोर कोल पर जंगल मे भालुओं ने हमला कर दिया।
रामनाथ अपने मवेशी चराने परसमनिया पहाड़ के महाराजपुर घाट की तरफ गया था। वह मवेशियों को चरने के लिए छोड़कर हमेशा की तरह बेफिक्र अंदाज में बैठा था, तभी एक साथ झाड़ियों से बाहर आए दो भालुओं ने उस पर आक्रमण कर दिया। भालुओं ने उस पर अपने पंजों से हमला किया और अपनी गिरफ्त में ले लिया। लेकिन रामनाथ ने भी हिम्मत दिखाई और संघर्ष करता रहा।
झटके से जैसे ही वह भालुओं के चंगुल से छूटकर सीधे पेड़ पर जा चढ़ा
झटके से जैसे ही वह भालुओं के चंगुल से छूटकर सीधे पेड़ पर जा चढ़ा। वह काफी देर तक पेड़ पर बैठा रहा और भालू नीचे मौजूद रहे। भालुओं के जाने के बाद वह किसी तरह नीचे उतरा और भाग कर सीधे अपने गांव पहुंचा। रामनाथ के शरीर मे कई जगह गहरे जख्म हुए हैं।


उसका इलाज उचेहरा के शासकीय अस्पताल में चल रहा है। बता दें कि सतना के जंगलों में वन्य प्राणियों की बहुलता है। परसमनिया के जंगल कल्दा पठार के जरिए पन्ना टाइगर रिजर्व से भी जुड़ते हैं। यहां टाइगर का भी मूवमेंट होता रहता है और तेंदुए जैसे हिंसक जीव भी नजर आते रहते हैं।