सिटी न्यूज़ रायपुर। गुजरात। आखिर पढ़-लिखकर, मेहनत करके अपने भविष्य को संवारने की उम्मीद करना क्या कोई गुनाह है ? किसी की साज़िश की वजह से क्यों बार-बार युवाओं का भविष्य खतरे में डाला जाता है ? और यह सब थमेगा कब ? यह वो सवाल है जो आज गुजरात का हर वो युवा पूछ रहा है जिसने दिन-रात एक करके प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की थी। और यह सारी तैयारी धरी की धरी रह गई क्योंकि 29 जनवरी यानी रविवार को होने वाली जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा रद्द हो गई।
परीक्षा स्थगित होने के पीछे की वजह हर बार की तरह वही पेपर लीक ही है। वडोदरा पुलिस को देर रात एक युवक के पास से पेपर की कॉपी मिली थी. युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. परीक्षा रविवार सुबह 11 बजे से होनी थी. पंचायत जूनियर क्लर्क के 3350 पदों पर भर्ती के लिए रविवार 29 जनवरी को होने वाली परीक्षा में 17 लाख कैंडिडेट्स एग्जाम देने वाले थे. मगर इसके पहले ही पेपर आउट होने की जानकारी मिली और एग्जाम को रद्द कर दिया गया। गुजरात पंचायत सर्विस सेलेक्शन बोर्ड की तरफ से यह फैसला लिया गया है.
इस खबर के बाद परीक्षा की तैयारी करके पेपर देने पहुंचे लाखों उम्मीदवारों को एक बड़ा झटका लगा है। पेपर लीक के बाद अब गुजरात पुलिस भी एक्शन में आ गई है. ATS ने 15 से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में लिया है. इनमें से सिर्फ 5 ही गुजरात के हैं. बाकी, 10 राज्य के बाहर से हैं. बता दें कि गुजरात पंचायत सर्विस सेलेक्शन बोर्ड की जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा 29 जनवरी को होनी थी, जिसे रद्द कर दिया गया.
उधर गुजरात में पेपर लीक पर बवाल शुरू हो गया है. गोधरा और जामनगर सहित कई शहरों में उम्मीदवारों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उम्मीदवार सड़कों पर उतरकर नारेबाजी कर रहे हैं. इतना ही नहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पेपर लीक की घटना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि गुजरात के लगभग हर एग्जाम में पेपर लीक क्यों हो जाता है? करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है.
आपको बता दें कि गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड ने जूनियर क्लर्क पदों पर भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन मांगे थे. गुजरात जूनियर क्लर्क पदों पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं या इसके समकक्षा पास करना जरूरी है. इन पदों पर चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होना है, मगर अभी यह साफ नहीं है कि दोबारा परीक्षा कब आयोजित की जाएगी.