Treatments of lotus dental clinic birgaon

मेंटल हास्पिटल बिलसापुर में मिल रही बड़ी चिकित्सकीय सुविधा, पड़ोसी राज्य के मरीज भी आश्रित

महज छह माह में 605 मानसिक रोगी हुए ठीक, ओपीडी में 18,820 मरीजों को मिला उपचार

Bilaspur News: राज्य का सेंदरी स्थित एकमात्र राज्य मानसिक चिकित्सालय (मेंटल हास्पिटल) में अब मानसिक रोगियों को बेहतर इलाज मिलने लगा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस अस्पताल में छत्तीसगढ़ के मरीज से कहीं ज्यादा पड़ोसी प्रदेशों के मरीजों को इलाज की सुविधा मिल रही है। ऐसे में दूर-दूर से आकर लोग अपने मरीज का इलाज करवा रहे है

लोगों के इस विश्वास पर भी यह अस्पताल खरा उतर रहा है। आंकड़ों के मुताबिक साल की पहली छमाही में 605 मानसिक रोगियों को पूरी तरह से ठीक किया गया है। वहीं ओपीडी में 18,820 मरीजों का इलाज किया गया है। मौजूदा स्थिति में मेंटल हास्पिटल में 200 बिस्तर की सुविधा मिल रही है। इस अस्पताल को बनाने के पीछे शासन की भी यह मंशा रही थी कि इस क्षेत्र में कोई भी मानसिक अस्पताल नहीं है।

ऐसे में इनके रोगियों के इलाज के लिए दूसरे प्रदेश तक जाना पड़ता था। ऐसे में क्षेत्र में ही अस्पताल बनाने के तहत सेंदरी में मेंटल हास्पिटल बनवाया गया। वहीं अब इसके बनने के कुछ साल बाद ही इस अस्पताल की चिकित्सकीय सेवा से श्रेत्रवासियों को बड़ी राहत मिली है। प्रदेश के लोग तो यहां इलाज करवाने पहुंच ही रहे हैं, जहां उन्हें स्तरीय इलाज मिल रहा है। इसकी वजह से यह अस्पताल भी आसपास के पड़ोसी राज्य में भी प्रसिद्ध हो चुका है।

ऐसे में दूसरे प्रदेश में खासतौर से मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड के साथ ही कुछ अन्य प्रदेशों के मानसिक रोगी यहां इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें अच्छी बात यह है कि इन मरीजों को स्तरीय इलाज मिल रहा है। बाक्स रोजाना औसतन तीन हो रहे भर्ती, ओपीडी 100 पारअस्पताल अधीक्षक डा़ बीआर नंदा के मुताबिक दिनोंदिन अस्पताल का ओपीडी बढ़ता ही जा रहा है।

अब रोजाना औसतन 104 मरीज पहुंच रहे हैं। उनमें से औसतन तीन मरीज को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही है। बाकी मरीजों का दवाओं के माध्यम से स्तरीय इलाज हो रहा है। छह महीने के भीतर भर्ती मरीजों में 600 से ज्यादा मरीजों को ठीक किया गया जा चुका है।

मौजूदा स्थिति में 142 मरीज भर्ती चल रहे हैं। बाक्स मिलती हैं ये सुविधाएं अस्पताल में लगातार सुविधाओं का विस्तार भी किया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए मनोरंजन कक्ष के साथ ही व्यवस्थित वार्ड, परिसर में खेल खेलने की व्यवस्था के साथ जांच आदि के लिए पैथोलाजी, एक्सरे मशीन के साथ ही अन्य चिकित्सकीय सुविधा मिल रही है। साथ ही सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है।