महिला की 14 साल की भतीजी के बयानों के आधार पर प्रधान आरक्षक संजय मौर्य को मिली उम्रकैद की सजा।
HighLights
- 13 जुलाई 2019 को प्रेमिका को उसके घर जाकर पिलाया जहर।
- घर में मौजूद महिला की भतीजी ने देख ली थी पूरी वारदात।
- महिला के पति के जाते ही उसके घर पहुंच जाता था संजय मौर्य।
वर्दी का रौब दिखाकर प्रेमिका की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास करने वाले प्रधान आरक्षक की पूरी उम्र अब जेल की सलाखों के पीछे कटेगी। विशेष अपर सत्र न्यायाधीश प्राची पटेल ने हत्या की धारा 302 और एससी-एसटी एक्ट में दोषी पाते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है। सजा दिलाने में महिला की 14 वर्षीय भतीजी के बयान मुख्य आधार बने।
मामले की पैरवी सहायक लोक अभियोजन अधिकारी रूपेश तमोली ने की है। मामला खंडवा के कोतवाली थाना क्षेत्र के नर्मदापुरम कालोनी का है। कोतवाली थाने में ड्राइवर के पद पर पदस्थ प्रधान आरक्षक संजय मोर्य का नर्मदापुरम कालोनी में रहने वाली एक महिला से अवैध संबंध थे। महिला का पति छात्रावास में अधिकारी थी। उसके छात्रावास जाते ही संजय उसके घर पहुंच जाता था।
कोल्ड ड्रिंक में पिलाया जहर
घटना 13 जुलाई 2019 की है। रात करीब आठ बजे संजय मौर्य अपनी 31 वर्षीय प्रेमिका से मिलने उसके नर्मदापुरम कालोनी स्थित घर पहुंचा था। यहां कमरे में चला गया। इस दौरान दोनों के बीच कुछ विवाद हुआ। इस दौरान संजय ने कोल्ड ड्रिंक में प्रेमिका को जहर पिला दिया। कुछ देर बाद संजय महिला को लेकर बाहर आया और बताया कि इसने दवाई पी ली है। इसके बाद वह महिला व बालिका को कार में बैठाकर जिला अस्पताल ले आया। यहां महिला को भर्ती किया गया था।


जहर लगे कपड़े अपने पास रख लिए
कुछ देर बाद महिला को इंदौर रेफर कर दिया। वह बालिका को लेकर वापस घर आया और कमरे में जाकर जहर की बोतल, जहर लगे हुए कपड़े अपने पास रख लिए और कमरे की सफाई कर दी। 20 जुलाई को इंदौर में महिला की मौत हो गई। 15 अगस्त इंदौर से मर्ग डायरी कोतवाली थाने पहुंची थी। पुलिस ने जांच कर संजय पर हत्या का केस दर्ज किया था।
चाची को जहर पिलाया था
14 वर्षीय बालिका घटना की चश्मदीद थी। उसने कोर्ट में बयान दिया कि संजय मौर्य हमेशा घर आता था। 13 जुलाई को चाची के कमरे में संजय चला गया। वह उनके साथ मारपीट कर रहा था। उसने ही चाची को जहर खिलाया था। कोर्ट में दी गई बालिका की यह गवाही संजय को सजा दिलाने में मुख्य आधार बनी।
वर्दी का रौब दिखाकर धमकाता था संजय
कोतवाली थाने में लंबे समय से प्रधान आरक्षक संजय मौर्य ड्राइवर के पद पर पदस्थ रहा। बताया जाता है कि पुलिस का रौब दिखाकर वह प्रेमिका को परेशान करता था। रामनगर में किराये के मकान में रहने के दौरान भी प्रेमिका के साथ उसने मारपीट की थी। इसके बाद महिला नर्मदापुरम कालोनी में रहने आ गई। यहां भी वह उस पर वर्दी का रौब दिखाता था। इसी रौब के चलते उसने महिला के बयान भी नहीं होने दिए। पुलिस को मामला पारिवारिक बताया था।