नवरात्र की शुरुआत होते ही त्योहारी महीना भी शुरू हो जाएगा और इस एक महीने में ही सालभर होने वाली कमाई का सबसे ज्यादा हिस्सा होता है।
HIGHLIGHTS
- कारों में 70 हजार तक की छूट
- दोपहिया में लोएस्ट डाउन पेमेंट
- 90 फीसद तक फाइनेंस उपलब्ध
नवरात्र की शुरुआत होते ही त्योहारी महीना भी शुरू हो जाएगा और इस एक महीने में ही सालभर होने वाली कमाई का सबसे ज्यादा हिस्सा होता है। इसे देखते ही आटोमोबाइल कंपनियां पूरी तरह से तैयार हो गई है।
कंपनियों का अनुमान अकेले नवरात्र के नौ दिनों में ही प्रदेश में 18 हजार से ज्यादा दोपहिया व 15 सौ से ज्यादा कारों की बिक्री का अनुमान है। पिछले वर्ष की तुलना में यह कारोबार 10 फीसद ज्यादा है।
यह देखा जा रहा है कि कार कंपनियों द्वारा अपने विभिन्न माडलों में 70 हजार तक की छूट दी जा रही है। साथ ही दोपहिया कंपनियों द्वारा लोएस्ट डाउन पेमेंट व कम से कम ब्याज दर पर गाड़ी उपलब्ध कराई जा रही है।
राडा के सचिव कैलाश खेमानी ने बताया कि कंपनियों के आफरों का अधिक से अधिक फायदा उपभोक्ताओं को उठाना चाहिए। कंपनियों द्वारा सारे आफर उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए ही तैयार किए जाते है।
मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हुंडई मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रेनाल्ट,होंडा कार्स सहित मर्सीडीज व आडी जैसी लग्जरी कंपनियां भी आकर्षक आफर दे रही है। वहीं दोपहिया में हीरो मोटोकार्प, होंडा, टीवीएस, बजाज, यामाहा आदि कंपनियों द्वारा अपने आफरों से लुभाया जा रहा है।
विभिन्न कार्डों में कैशबैक का लाभ
आटोमोबाइल कंपनियों द्वारा बैंकों से भी टाइअप किया गया है,इसके तहत उपभोक्ताओं को कार्डों से भुगतान पर कैशबैक का भी फायदा उपलब्ध कराया जा रहा है।
इलेक्ट्रिक कार व दोपहिया की भी मांग बढ़ी
अब आटोमोबाइल मार्केट में इलेक्ट्रिक कार व दोपहिया भी उपलब्ध है। इस वर्ष इनकी मांग में भी इजाफा हुआ है। कारोबारियों का कहना है कि अगर वर्ष 2022 से तुलना की जाए तो इस वर्ष सितंबर माह तक 25 फीसद ई बाइक की बिक्री ज्यादा हुई है।
किसानों व शासकीय कर्मियों को ज्यादा लाभ
कंपनियों द्वारा किसानों के साथ ही शासकीय कर्मियों व कार्पोरेट अधिकारियों को ज्यादा लाभ भी दिया जा रहा है। कंपनियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को इन आफरों का अधिक से अधिक फायदा उठाना चाहिए।
हर कोई यही चाहता है कि त्योहारी दिनों में ही उसकी सपनों की कार या दोपहिया उसके घर आएं और इसके लिए आकर्षक आफर दियाजा रहा है।
90 फीसद तक फाइनेंस उपलब्ध
कार और दोपहिया 90 फीसद तक फाइनेंस पर उपलब्ध है। साथ ही कुछ कंपनियों द्वारा अपने चुनिंदा माडलों को सौ फीसद फाइनेंस में उपलब्ध कराया जा रहा है। उपभोक्ताओं की सुविधा के अनुसार ही ईएमआइ भी तय की जाती है।