नवरात्र में मां दुर्गा की अधिकांश प्रतिमाएं रौद्र रूप वाली और असुर का वध करती हुई रखी जाती हैं, लेकिन इस बार माता के सौम्य रूप को दर्शाया गया है।
नवरात्र में मां दुर्गा की अधिकांश प्रतिमाएं रौद्र रूप वाली और असुर का वध करती हुई रखी जाती हैं, लेकिन इस बार माता के सौम्य रूप को दर्शाया गया है। शहर के अधिकांश पंडालों में माता की निर्मल और सौम्य छवि को प्रदर्शित करती
हुई प्रतिमाएं लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हैं। वहीं, गुढ़ियारी के एक पंडाल में प्रदेश के शक्तिपीठ स्थापित किए गए हैं। यहां श्रद्धालु छत्तीसगढ़ की सभी प्रसिद्ध देवियों के दर्शन कर रहे हैं।
मां बम्लेश्वरी, दंतेश्वरी के दर्शन राजधानी में
गुढ़ियारी दुर्गा उत्सव समिति के विकास जोशी एवं घनश्याम देवांगन ने बताया कि छह वर्षों से गुढ़ियारी पड़ाव मैदान में दुर्गा उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस वर्ष डोंगरगढ़ की मां बम्लेश्वरी, दंतेवाड़ा की मां दंतेश्वरी, बागबाहरा की चंडी
देवी, खल्लारी की मां चंद्रहासिनी, रतनपुर की मां महामाया, धमतरी की बिलाईमाता, बालोद झलमला की गंगा मइया, रायपुर की मां बंजारी देवी और छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा विराजित की गई है।
गुजराती और बालीवुड के साथ छत्तीसगढ़ी गीतों में किया गरबा
नवरात्र पर्व का आनंद लेने के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में गरबा उत्सव चल रहा है। पारंपरिक वेषभूषा में तैयार होकर हर वर्ग के लोग गरबा में झूमने के लिए आयोजन स्थल पहुंच रहे हैं।
गुजराती, बालीवुड के साथ इस बार छत्तीसगढ़ी रिमिक्स गीतों में गरबा का आनंद रहे हैं। नवरात्र पर्व के दौरान मारुति मंगलम भवन गुढ़ियारी में आयोजित गरबा महोत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने गरबे का आनंद लिया।