महिला ने अपने बेटे और उसके दोस्तों पर ताबड़तोड़ लाठियां भांजने वाले आधे दर्जन सिक्यूरिटी गाड्र्स को हाथ जोड़ते हुए शांत कराने की काफी कोशिशें की, मगर वे नहीं रुके बल्कि उनको दौड़ा-दौड़ाकर ऐसे मारे कि किसी तरह भागकर उन्होंने अपनी जान बचाई।
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिन गार्डों के हाथों में हैं, अब वे गुंडई पर उतर आए हैं। बीती रात सिक्यूरिटी गार्डों ने महिला मरीज के परिजनों पर लाठियां बरसाते हुए इसका उदाहरण भी दिया, इंटरनेट मीडिया में मारपीट कांड का तेजी से वीडियो प्रसारित होने लगा हैं।
सुरक्षा गार्डों ने प्रसूता के पति और उसके दोस्तों पर सिर्फ इसलिए जमकर लाठियां भांजते हुए उनकी पिटाई कर दी, क्योंकि उन्होंने मोबाइल फोन में बात कर रहे एक गार्ड को मना किया। अब जब वीडियो के प्रसारित होने पर कानूनी प्रक्रिया में पड़ने के भय से आधा दर्जन सिक्यूरिटी गार्डों ने पीडि़त पक्ष से माफी मांगते समझौता करने की कवायद में जुट गई।


बताया जा रहा है कि रविवार-सोमवार की दरमियानी रात तकरीबन पौने 2 बजे काशीराम नगर जूटमिल क्षेत्र में रहने वाली प्रसूता प्रसव के लिए स्वजनों के साथ आई थी। पति अपनी मां और दोस्तों के साथ खाना खाने के लिए बाहर निकल रहा था।
अस्पताल के मेन गेट में तैनात एक सिक्यूरिटी गार्ड शराब के नशे में मोबाइल फोन से कहीं बातें करते हुए उसे अश्लील गाली दे रहा था। महिला मरीज के पति ने गाली देने वाले सुरक्षा गार्ड को संस्कार का पाठ पढ़ाने की नीयत से अपशब्दों का प्रयोग न करने की नसीहत दी तो वह बौखला उठा।
फिर क्या, प्रसूता के परिजनों से दबंगई से पेश आने वाले गार्ड ने फोनकर अपने साथियों को बुलाया और मेन गेट को अंदर से बन्द करते हुए उन पर टूट पड़ा।
इस बीच किसी ने घटना का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। मेकाहारा में कहर बनकर टूटे सिक्यूरिटी गार्डों के हमलों से घायल युवकों ने आधी रात को ही चक्रधर नगर थाने जाकर आपबीती बताई।
बताया जा रहा है कि सुरक्षा गाड्र्स ने अपनी गलती कबूलते हुए न केवल माफी मांगी, बल्कि भविष्य में फिर किसी के साथ ऐसी हरकत नहीं करने का वादा करते हुए आपसी राजीनामा के लिए प्रयास कर रहे है।