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छत्‍तीसगढ़ के डीएलएड और बीएड पाठ्यक्रम में दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। दूसरे चरण के तहत प्रथम सूची के प्रवेश पूरे हो गए हैं। डीएलएड के दूसरे चरण की दूसरी सूची आज जारी होगी।

HIGHLIGHTS

  1. डीएलएड पाठ्यक्रम में लगभग 75 प्रतिशत सीटें फुल
  2. डीएलएड में 30 और बीएड में 31 अक्टूबर तक होगा प्रवेश
  3. छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लेने में नहीं दिखाई है रुचि

छत्‍तीसगढ़ के डीएलएड और बीएड पाठ्यक्रम में दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। दूसरे चरण के तहत प्रथम सूची के प्रवेश पूरे हो गए हैं। डीएलएड में लगभग 75 प्रतिशत सीटें भर गई हैं। वहीं बीएड में भी लगभग 65 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश हो चुका है। डीएलएड के दूसरे चरण की दूसरी सूची आज जारी होगी, जिसमें 20 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति दर्ज कराने का समय रहेगा।

बीएड की खाली सीटों की सूची कल यानी 20 अक्टूबर को जारी होगी। 23 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति दर्ज करवाने का समय दिया जाएगा। इसके बाद छात्रों को प्रवेश के लिए कालेज आवंटित किया जाएगा। छात्रों को आवंटित कालेज में 31 अक्टूबर तक प्रवेश लेना होगा। एक नवंबर को एससीईआरटी की तरफ से खाली सीटों की सूची जारी की जाएगी।

सीटें खाली रहने पर जारी होगी तीसरे चरण की प्रवेश सूची

इसी तरह डीएलएड में छात्रों को 30 अक्टूबर तक प्रवेश दिया जाएगा। 31 अक्टूबर को खाली सीटों की जानकारी दी जाएगी। ज्यादा सीटें खाली रहने पर तीसरे चरण की प्रवेश सूची भी जारी की जाएगी। बीएड और डीएलएड में प्रथम चरण के प्रवेश के बाद क्रमश: 47 और 45 प्रतिशत सीटें खाली रह गई थीं। दूसरे चरण के प्रवेश प्रक्रिया में सभी सीटें आवंटित की गई थीं, जिसमें डीएलएड में अभी भी 1,546 सीटें खाली हैं।

बीएड की खाली सीटों की जानकारी आज अपलोड की जाएगी। बीएड और डीएलएड प्रवेश परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में छात्रों ने आवेदन किया था। छात्रों के रुझान को देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि बीएड और डीएलएड की सीटें

प्रथम मेरिट सूची में ही 70 प्रतिशत से ज्यादा भर जाएंगी, लेकिन छात्रों ने प्रवेश लेने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है। बीएड निजी कालेजों में दूसरे राज्य के छात्रों के लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं। वहीं दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए एक भी सीट नहीं है।

प्रदेश में लगातार हो रही शिक्षकों की भर्ती

प्रदेश में लगातार शिक्षकों की हो रही भर्ती की वजह से बीएड और डीएलएड की डिमांड बढ़ी है। हर वर्ष स्वामी आत्मानंद स्कूलों की संख्या बढ़ रही है। इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की संविदा भर्ती होती है। प्राथमिक स्कूल के लिए डीएलएड और व्याख्याता पद के लिए बीएड अनिवार्य है। यही वजह है कि इन पाठ्यक्रमों में बड़ी संख्या में छात्रों ने आवेदन किया है।

पहली बार डीएलएड में प्रवेश आरक्षण हुआ लागू

पहली बार डीएलएड में प्रवेश आरक्षण से प्रदेश में संचालित निजी डीएलएड कालेजों में पहली बार आरक्षण नियम के मुताबिक प्रवेश हो रहे हैं। राज्य के 72 निजी कालेजों में डीएलएड की लगभग पांच हजार सीटें हैं। डीएलएड के अलावा

अन्य पाठ्यक्रमों में पहले से प्रवेश आरक्षण के हिसाब से ही होता था। प्रदेश में सरकारी और निजी कालेजों को मिलाकर 90 कालेजों में डीएलएड की पढ़ाई होती है। 58 प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से छात्रों को सीटें आवंटित की गई थीं। पिछले वर्ष भी लगभग एक हजार सीटें खाली रह गई थीं।