नियमितीकरण की मांग को लेकर 12 हजार से अधिक संविदा कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
Chhattisgarh Contract Employees Strike News: नियमितीकरण की मांग को लेकर 12 हजार से अधिक संविदा कर्मचारियों ने गुरुवार को सामूहिक इस्तीफा दे दिया।
रायपुर। Chhattisgarh Contract Employees Strike News: नियमितीकरण की मांग को लेकर 12 हजार से अधिक संविदा कर्मचारियों ने गुरुवार को सामूहिक इस्तीफा दे दिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एस्मा लगाए जाने के विरोध में रायगढ़, मुंगेली, बालोद, बलौदाबाजार, धमतरी, दंतेवाड़ा जैसे जिलों के कर्मियों ने इस्तीफा दिया। तीन जुलाई से नवा रायपुर के तूता में प्रदर्शन कर रहे इन कर्मचारियों को पूर्व सीएम डा. रमन सिंह ने भी धरनास्थल पहुंचकर समर्थन दिया।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कार्रवाई का आदेश जारी
बतादें कि राजधानी रायपुर के तूता धरनास्थल पर प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य सरकार ने एस्मा लगाने के बाद काम पर नहीं लौटने वाले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए सभी कलेक्टरों को आदेश जारी किया है।
छत्तीसगढ़ शासन लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर कहा है कि हड़ताल पर गए समस्त कर्मचारियों को वापस लौटना सुनिश्चित किया जाए। इधर, रायपुर जिले के नेशनल हेल्थ मिशन और नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन संघ के हड़ताल में शामिल विभिन्न अधिकारी-कर्मचारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पत्र जारी कर तत्काल कार्य पर उपस्थित होने का निर्देश दिया है।


साथ ही उपस्थित नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। राज्य शासन के जारी आदेश के अनुसार हड़ताल पर गए अधिकारियों और कर्मचारियों का कार्य सीधे सामान्य जन के स्वास्थ्य सुविधाओं से जुडे़ हैं। यदि इनके हड़ताल पर जाने से कोई असुविधा होती है, तो संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसके जिम्मेदार वे स्वयं होंगे।
जल सत्याग्रह, एकजुट हुए कर्मचारी संगठन
संविदाकर्मियों ने बुधवार को जल सत्याग्रह कर एस्मा के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। राज्य सरकार ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगाया है किंतु वे वापस लौटने की बजाय धरनास्थल पर डटे हुए हैं। एस्मा के विरोध में इन कर्मचारियों को अब छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, संचालनालय विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ और छत्तीसगढ़ इन सर्विस डाक्टर एसोसिएशन और अन्य कर्मचारी संगठनों ने समर्थन दिया है। कमल वर्मा, संतोष कुमार वर्मा ने एस्मा कानून को वापस लेने की सरकार से अपील की और संविदा कर्मचारी के हर संघर्ष में साथ खड़े रहने का विश्वास दिलाया।
महासंघ के प्रांत अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने बताया कि सरकार के पौने पांच साल बीत जाने के बाद भी नियमितिकरण के संबंध में निर्णय नहीं लिया गया है। कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुर्रे ने बताया कि सरकार की दमनकारी नीति का विरोध करते है। अपने ही कर्मचारियों के प्रति यह दुर्भावना सहन नहीं करेंगे।