सिटी न्यूज़ रायपुर। रायपुर। विगत 4 वर्षों से नियमितीकरण की आस लगाए संविदा कर्मचारियों को 74 वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री जी के द्वारा घोषणा की बहुत आशा देखी जा रही थी जिस प्रकार से लगातार विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रखर है और माननीय मुख्यमंत्री जी का बयान एवं बड़े बड़े बैनर पोस्ट यह लिखा होना की जनवरी फरवरी में नियमितीकरण की जा सकती है।
वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक छत्तीसगढ़ सरकार एवं प्रशासन के द्वारा कमेटिया बहुत सारी बनाई गई है लेकिन निमकी नियमितीकरण की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं नहीं किया गया जिसे संविदा कर्मचारी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं विगत दिनों निश्चित कालीन आंदोलन संविदा कर्मचारी के द्वारा किया गया जिसमें विभिन्न मंत्रियों के बयान आए थे जिससे संविदा कर्मचारियों के एक ऐसा लग रहा था की मुख्यमंत्री जी 26 जनवरी को नियमितीकरण की घोषणा करेंगे तत्पश्चात बजट सत्र में नियमितीकरण के लिए बजट पेश किया जाएगा, लेकिन लगातार के आंदोलनों के बाद भी संविदा कर्मचारियों को मायूसी हाथ लगी है अब संविदा कर्मचारी कहीं नहीं कहीं ना कहीं बड़े आंदोलन के मूड में नजर आ रहे जिस प्रकार से 16 से 19 जनवरी एवं 20 जनवरी को रायपुर बूढ़ा तालाब हजारों की संख्या में जन सैलाब सभी जिलों से कर्मचारी उपस्थित हुए की पूरा रास्ता भी कर्मचारियों से भरा हुआ था।
अब कर्मचारियों में माननीय मुख्यमंत्री जी एवं उनके घोषणा पत्र से विश्वास टूटता जा रहा है। छत्तीसगढ़ के 36 वादे कांग्रेस सरकार पूरा नही कर पर पा रही है ऐसे में 08 माह बाद होने वाले चुनाव में घोषणा पत्र पर कोई भरोसा या विश्वास नही करेगा। संविदा कर्मचारी का कहना है कि मेरा वोट उसको जो नियमित करें मुझको।