सिटी न्यूज़ रायपुर। रायपुर। छत्तीसगढ़ में गर्मी की शुरुआत के बाद ही यहां की फ़िज़ा बदल गई। प्रदेश के तापमान में उस समय गिरावट आई जब बेमौसम बारिश के चलते मौसम परिवर्तित हो गया। मौसम के अचानक करवट लेने से प्रदेशभर में वर्षा हुई और ओले गिरे। इस दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कवर्धा, कोंडागांव, मरवाही में पांच लोगों की जान चली गई। अंतागढ़ में तीन मवेशी भी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। धान को छोड़कर अन्य फसलों के लिए यह वर्षा नुकसानदायक है।
18 मार्च शनिवार की दरमियानी रात से ही प्रदेश में बादल छाए रहे और दोपहर तक जमकर वर्षा होने लगी। कांकेर, बालोद, में ओले गिरने लगे। मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बालोद दौरा रद कर दिया गया। वह एक कार्यक्रम में जाने वाले थे, लेकिन वहां आंधी के कारण पंडाल गिर गया। प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद, धमतरी, पेंड्रा रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। कांकेर, बस्तर, बालोद में आंधी चली और ओले गिरे।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक ऊपरी हवा का चक्रीय घेरा उत्तर पश्चिम राजस्थान के ऊपर क्षोभ मंडल के निम्न स्तर पर स्थित है। इसके प्रभाव से रविवार को विभिन्ना क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। अभी एक दो दिन मौसम का मिजाज इस प्रकार ही बने रहने की संभावना है।
कवर्धा के सहसपुर में सुबह नौ बजे खेत के किनारे दो किसान ननकू साहू और परमानंद पटेल पेड़ के नीचे खड़े थे। इसी दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। कांकेर के चारामा में मां-बेटी झुलस गईं। अंतागढ़ के बड़े तेवरा में तीन मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, गोरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में नौवीं के छात्र की जान चली गई।
कोंडागांव के चिलपुटी में 10 वर्षीय मोनिका नाग पिता देवीसिंह नाग और उसकी हमउम्र राधा मरकाम पिता सोमनाथ मरकाम इमली बीन रहीं थी। इसी दौरान वर्षा शुरू हो गई। इससे बचने के लिए दोनों पेड़ के नीचे खड़ी हो गई। इसी दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।