

सिटी न्यूज़ रायपुर। रायपुर। सहकारिता को लेकर भाजपा प्रदेश में आंदोलन करने जा रही है। सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश के सभी जिलों में 30 मई को सहकारिता बचाओ आंदोलन करेगा। इससे पहले प्रदेश के सभी 2050 सोसायटियों में किसानों के साथ मिलकर जन चौपाल भी लगाया जाएगा। इसमें सोसायटियों के पुराने किसानों के साथ ही भाजपा के स्थानीय नेता, मंडल अध्यक्ष से और जिलाध्यक्ष भी शामिल रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की मौजूदगी में गुरुवार को प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित सहकारिता प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति में ये निर्णय लिए गए।
अरुण साव ने कहा कि सहकारिता से जुड़े लाखों किसानों एवं इससे जुड़े सदस्यों को एकजुट कर सहकारिता एवं किसानों के मुद्दों पर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करें। केंद्र सरकार द्वारा सहकारिता के उत्थान के लिए चलाए जा रहे 300 योजनाओं का जनता के बीच व्यापक प्रचार किया जाए। इससे पहले कार्यसमिति में प्रकोष्ठ की तरफ से प्रवीण कुमार दुबे ने राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसमें विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर प्रकोष्ठ की कार्ययोजना और रणनीति तय की गई।
प्रकोष्ठ के प्रभारी देवजी भाई पटेल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सहकारिता का गला घाेंट दिया है। जन प्रतिनिधियों और किसानों की सोसायटियां हैं। वहां कांग्रेस ने अपना वर्चस्व दिखाते हुए राजनीतिक रूप से अपने लोगों को बिठा दिया गया। सरकार के चार साल हुए तो किसानों के पैसे निकालकर सोसायटीवार जश्न मना रहे हैं। जो वर्मी कंपोस्ट दे रहे हैं, उसकी बाध्यता समाप्त करने जैसे विषयों पर सोसायटी के पुराने सदस्यों को एकत्र कर सोसायटीवार 5 मई से 20 मई तक जन चौपाल लगाएंगे।
प्रदेश संयोजक शशिकांत द्विवेदी ने कहा कि सरकार सहकारी चुनाव से भाग रही है। संस्थाओं का चुनाव लंबित है, अनियमित ढंग से सोसाइटी व सहकारी बैंकों में अशासकीय व्यक्तियों बैठे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में प्रति मानक बोरा 25 सौ रुपए सपोर्ट प्राइस दिया जा रहा था और 4 हजार रुपए बोनस के रूप में दिया जाता था। इस तरह कुल मिलाकर 6500 रुपए दिया जाता था, जबकि कांग्रेस सरकार में प्रति मानक बोरा चार हजार रुपए दिया जा रहा है। चार साल से राज्य सरकार किसानों और आदिवासियों का नुकसान कर रही है।
भाजपा एसटी मोर्चा को राज्य की 29 विधानसभाओं में आंदोलन की जिम्मेदारी दी गई है। लैंप्स में तेंदूपत्ता तोड़ाई के लिए जो सोसायटियां हैं उनके साथ मिलकर मोर्चा आंदोलन करेगा।

