

सिटी न्यूज़ रायपुर। रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अनियमित संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध मे आज दिए गए बयान पर संविदा कर्मचारी महासंघ ने कहा है कि मुख्यमंत्री का यह बयान टालने वाला और इच्छाशक्ति की कमी को दिखाने वाला है I मुख्यमंत्री द्वारा 22 विभागों से जानकारी नहीं मिलना बताया गया जो कि अपने ही प्रशासनिक अधिकारियों की प्रशासनिक अक्षमता को प्रदर्शित करने जैसा है।
लगातार लगभग हर विधानसभा सत्र मे अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण से सम्बंधित प्रश्न उठता रहा है और हर बार मुख्यमंत्री और मंत्रियों के द्वारा सिर्फ जानकारी नहीं मिलना बताया गया है जबकि शासन के सबसे बड़े विभागों में आने वाले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग , पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग(, शिक्षा विभाग, क़ृषि विभाग, वन विभाग, कौशल विभाग एवं अन्य ऐसे सभी विभाग जिनमें अनियमित संविदा कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है, से जानकारी पहले ही शासन को भेजी जा चुकी है।
संविदा कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री से त्वरित निर्णय लेते हुए नियमितीकरण के कार्य मे संलग्न अधिकारियों जिनके द्वारा जानकारी नहीं दी गयी है के ऊपर कार्यवाही की मांग की है क्योंकि जन घोषणा पत्र के प्रत्येक बिंदु का क्रियान्वयन करना हर एक अधिकारी कर्मचारी का दायित्व है और मुख्यमंत्री की मंशा के विपरीत जानकारी भेजनें मे लेटलतीफी से मुख्यमंत्री जी को नियमितीकरण के फैसले लेने मे देरी हो रही है, जिसके लिए पूर्ण रूप से जानकारी ना भेजने वाले अधिकारी जिम्मेदार हैं I लालफीताशाही की ऐसी मनमानी का विरोध महासंघ द्वारा किया जाता रहेगा।

