

रायपुर की सड़कों पर जुलाई से ई-बस दौड़नी शुरू हो जाएंगी। नगर निगम ने अभी 10 बसों के खरीदने के लिए 10 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला है। इतनी बसों की खरीदी के तुरंत बाद 40 बसों की और खरीदी की जाएगी।
निगम अफसरों के अनुसार अभी 30 बसें हैं, जो पेट्रोल-डीजल चल रही हैं। एक बस को संचालित करने में हर महीने 1.5 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं, जबकि राजस्व मात्र 5 हजार रुपए ही प्राप्त हो रहा है। ऐसे में नगर निगम को बस संचालन के लिए हर माह 44 लाख रुपए अपने बजट से देना पड़ रहा है।
जबकि एक ई-बस पर अधिक से अधिक महीने में 50 हजार रुपए ही खर्च होंगे। किराया भी थोड़ा अधिक होने की वजह से अनुमान है कि एक ई-बस की कमाई 50 हजार से अधिक ही होगी। ऐसे में ई-बस आने के बाद निगम को सालाना 5 करोड़ से अधिक की बचत होगी।
बसों की खरीदी के बाद संचालन का टेंडर
नगर निगम की मानें तो जून के पहले सप्ताह में बसों की खरीदी हो जाएगी। इसके बाद बसों के संचालन के लिए टेंडर निकला जाएगा। 21 दिन में यह प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। संचालन के लिए जो कंपनी चयनित होगी उसे ही चार्जिंग स्टेशन के मेंटेनेंस का जिम्मा भी दिया जा सकता है। संचालन करने वाली कंपनी कमाई की एक निर्धारित राशि नगर निगम को देगी।
दो रूट पर चलेगी ई-बसें
शुरूआती 10 ई-बसों को शहर के अंदर ही चलने की अनुमति दी जाएगी। अगस्त तक 40 और ई-बस आने के बाद इन्हें शहर के बाहर नवा रायपुर जैसी जगहों तक चलाया जाएगा। वर्तमान में केवल दो रूट तय किये गए हैं। हर रूट पर 5 बसें चलेंगी। जहां हर 30-30 मिनट पर बस उपलब्ध रहेगी।
ये दो रूट इस तरह है-
- स्टेशन से कचहरी, इंटर बस टर्मिनल, पचपेड़ी नाका होते एयरपोर्ट तक
- रेलवे स्टेशन से कचहरी चौक, टाटीबंध हाेते हुए कुम्हारी तक
इन जगह पर बनाए जा सकते हैं चार्जिंग स्टेशन
ई-बस के लिए शहर के अंदर 6 चार्जिंग प्वाइंट बनाने की जगह तय की गई है। इस पर नगर निगम 2 करोड़ रुपए खर्च करेगा। आने वाले समय में इसे और बढ़ाया जाएगा। ये 6 स्थल इस प्रकार है-
- जयस्तंभ चौक
- तेलीबांधा
- रेलवे स्टेशन
- बस टर्मिनल
- टिकरापारा
- आमापारा
“हम लोग ई-बस के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे थे। ई-बस आने के बाद शहर में बड़ा परिवर्तन आएगा और निगम को बचत भी होगी। अभी 10 बसों का प्लान है, अगस्त तक 40 और खरीदी जाएंगी। पुरानी कबाड़ बसों को बेच दिया जाएगा। आने वाले एक साल में सारी ई-बस ही शहर में संचालित होंगी।” – अजीत कुकरेजा,अध्यक्ष-विद्युत एवं मोटर कर्मशाला विभाग, रायपुर ननि

