

छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग के चयन पर उठ रहे सवाल के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में सिलेक्ट हुए कैंडिडेट्स में से किसी के ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक परिवार का होना कोई अपराध नहीं है। बीजेपी के समय में भी ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं के बच्चों का सिलेक्शन हुआ है और मेरे पास उनके नाम भी हैं लेकिन उसे उजागर करूंगा तो उन बच्चों का मन खराब होगा।
सीएम ने कहा कि भाजपा, प्रदेश में माहौल खराब करने में लगी है यदि उनके पास कोई तथ्य है, चयन में कोई गड़बड़ी हुई है तो प्रमाणित जानकारी दें इसकी जांच कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया में जो बातें उठायी जा रही हैं, वो दुर्भाग्यजनक है।
भाजपा नेताओं के बच्चों को अगर विधानसभा या लोकसभा में टिकट दिया जाता है। तब कहा जाता है कि योग्यता के आधार पर दिया गया है, लेकिन जब अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का पीएससी की परीक्षा में सिलेक्शन हो रहा है, तब सवाल उठाए जा रहे हैं। यह बीजेपी का दोहरा चरित्र है।
गजब की कहानी बन गयी, जितनी मुंह उतनी बातें
कुमारी सैलजा के अचानक रायपुर पहुंचने और सीएम हाउस में हुई बैठक पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर कई तरह की चर्चाएं थी। लेकिन बैठक का एजेंडा पहले से तय था। उन्होंने कहा कि बैठक को लेकर गजब की कहानी बन गयी, जितनी मुंह, उतनी बातें इस बैठक को लेकर कही गयी। सीएम ने बताया कि आगामी चुनाव और पार्टी के कार्यक्रमों को लेकर बैठक हुई थी।
ट्रैफिक पुलिस की तरह ईडी के अफसर घूम रहे हैं
सीएम ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस जिस तरह चौक-चौराहों पर चालान की पर्ची काट देती है। छत्तीसगढ़ में ईडी ठीक उसी इस तरह से जेब में पर्ची लेकर घूम रही है। खड़े-खड़े पर्ची पकड़ा रही है। ईडी थर्ड डिग्री टॉर्चर कर रही है, जो गलत है। यहां सरकार अच्छा काम कर रही है, हर वर्ग सरकार से खुश है, इसलिए बीजेपी एक एजेंडे के तहत सरकार को काम करने नहीं दे रही है और बदनाम कर रही है।

