देखें तस्वीरों में : छत्तीसगढ़ में बारिश बनी आफत: सुकमा में बाढ़, कवर्धा-बिलासपुर मार्ग पर पुल के ऊपर पहुंचा नदी का पानी; कई गाओं से संपर्क टूटे; महानदी में डूबे युवक की लाश मिली…

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छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। सबसे ज्यादा हालात बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले में खराब हैं। सुकमा में कई गांव डूब गए हैं। यहां बाढ़ के हालात हैं। वहीं प्रदेश की सबसे प्रमुख नदी महानदी का जलस्तर और धमतरी जिले के गंगरेल बांध का जलस्तर बढ़ गया है। कवर्धा से बिलासपुर जाने वाले मार्ग पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इसके बावजूद लोग उसे पार करने में लगे हुए हैं। कोरबा में बारिश के चलते RTO दफ्तर के परिसर में पानी भरा हुआ है। हालात यह हैं कि प्रदेश के 30 में से लगभग सभी जिलों में भारी बारिश से लेकर हल्की फुहारें पड़ रही हैं।

जांजगीर में भी महानदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
जांजगीर में भी महानदी का जलस्तर बढ़ रहा है।

शुक्रवार को प्रदेश के कवर्धा, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर समेत कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई है। कोरबा में देर रात से सुबह तक हुई बारिश के कारण कई नदी नाले उफान पर हैं। गरियाबंद, धमतरी, बालोद भी हल्की बारिश हुई है। मगर यहां पिछले दिनों अच्छी बारिश हुई थी। गरियाबंद के महानदी में शुक्रवार को 7 लोग नदी में बह गए थे। लेकिन उनमें से 5 को पहले बचा लिया गया था। अब शुक्रवार को एक युवक की लाश मिली है। जबकि एक की तलाश जारी है। ये सभी महानदी में मछली पकड़ने गए थे।

कोरबा के आरटीओ दफ्तर परिसर में पानी भर गया है।
कोरबा के आरटीओ दफ्तर परिसर में पानी भर गया है।

कल भी होगी अच्छी बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेशभर में अब तक 386.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश बीजापुर में 995.66 मिमी और सबसे कम बारिश बलरामपुर जिले में 126. मिमी बारिश दर्ज की गई है।16 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक 16 जुलाई को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ अच्छी बारिश हो सकती है। साथ में बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है।

बिलासपुर में तेज बारिश से रास्तों में पानी भर गया है।
बिलासपुर में तेज बारिश से रास्तों में पानी भर गया है।

सुकमा में 7 गांव डूबे

प्रदेश में बारिश की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी सुकमा और बीजापुर जिले में हो रही है। सुकमा में तो 7 गांव पूरी तरह से डूब गए हैं। यहां शबरी नदी उफान पर है। सुकमा के ही कोंटा में 5 वार्ड भी डूब गए हैं। बाढ़ का पानी और इलाकों में भी जा रहा है। ऐसे में मौसम विभाग ने कहा है कि यदि बारिश नहीं रुकी तो और भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। इन इलाकों में अब तक 100 से ज्यादा परिवारों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों में ले जाया गया है।

सुकमा में सीआरपीएफ जवान रेस्क्यू में लगे हुए हैं।
सुकमा में सीआरपीएफ जवान रेस्क्यू में लगे हुए हैं।

CRPF के जवान रेस्क्यू में लगे

सुकमा जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों में CRPF के जवान देवदूत बनकर सामने आए हैं। लगातार हो रही बारिश से नक्सल प्रभावित इलाके में स्थित मलगेर नदी उफान पर है। नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है। आप-पास के गांव भी पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में CRPF के जवान ग्रामीणों का रेस्क्यू करने में लगे हुए। जवानों ने मलगेर नदी पर बने पुल के दोनों छोर में रस्सी बांधी फिर, एक-एक कर ग्रामीणों का रेस्क्यू कर रहे हैं।

बीजापुर के स्कूलों में छुट्‌टी

बीजापुर में बारिश की वजह से कई स्कूल पानी में डूब गए हैं। जिसके चलते वहां शुक्रवार और शनिवार को बच्चों की छुट्‌टी कर दी गई है। कई गांव तो टापू में तब्दील हो गए हैं। कई घरों के टूटने की भी जानकारी सामने आई है। वहीं बात अगर बस्तर जिले कि की जाए तो यहां बारिश के कारण पिछले 8 दिनों से फ्लाइट भी जगदलपुर नहीं पहुंच पा रही है।

कवर्धा के चिल्फी घाटी में इस तरह का कोहरा छाया हुआ था।
कवर्धा के चिल्फी घाटी में इस तरह का कोहरा छाया हुआ था।

ग्रामीण क्षेत्रों में अलर्ट, 2 की जान गई

धमतरी में भी पिछले दिनों से हो रही बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है। जिले में नदी नाले भी उफान पर हैं। यहां नाले और भुमका नदी में डूबने से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। गंगरैल में पानी खतरे के निशान के आस-पास है। बताया जा रहा है 2 फीट पानी भरने के बाद से बांध के ऊपर से पानी छलकने लगेगा। प्रशासन ने इसके लिए बकायदा तैयारी भी शुरू कर दी है। आस-पास के गांवों में भी अलर्ट जारी किया गया है। गैंगरेल का पानी जिन नदी में जाता है। उसके अगल-बगल के गांव के लोगों को ज्यादा सर्तकता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

कवर्धा में पुल के ऊपर से बह रहा पानी।
कवर्धा में पुल के ऊपर से बह रहा पानी।

कवर्धा में सुबह छाया था कोहरा

कवर्धा में भी पिछले दिनों से रुक-रुक अच्छी बारिश हो रही है। बारिश के कारण शुक्रवार को चिल्फी घाटी में घना कोहरा छाया हुआ था। इसके अलावा कवर्धा-बिलासपुर मार्ग पर पंडरिया में बने हरीनाला पुल के ऊपर से पानी बर रहा है। इसके बावजूद लोग उसे पार कर रहे हैं। यही सबसे बड़ी मुसीबत बनी हुई है। बताया जा रहा है कि यहां पानी यदि और बढ़ता है तो कवर्धा-बिलासपुर मार्ग बंद हो जाएगा।