

रायपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में हुई कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध छत्तीसगढ़ बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से शहर के सभी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। केवल दवा दुकाने, व डेयरी समेत आवश्यक सेवाएं खुली रही। बंद को लोगों ने स्वस्फूर्त समर्थन दिया।


छत्तीसगढ़ बंद को निजी शैक्षणिक संस्थानों ने भी समर्थन दिया। उन्होंने भी शुक्रवार की देर शाम बच्चों के अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज कर शनिवार को स्कूल बंद होने की सूचना दे दी थी। इस कारण अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल न भेजने के लिए निश्चिंत रहे।
उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शनिवार को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। बंद को भाजपा, बजरंग दल, छत्तीसगढ़ चेंबर आफ कामर्स सहित कई व्यापारिक संगठनों ने समर्थन किया है।


बंद के दौरान शिक्षण संस्थान, सब्जी-भाजी, फल बाजार, कपड़ा मार्केट, इलेक्ट्रानिक्स, सराफा, आटोमोबाइल आदि दुकानें दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगी। छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोेसिएशन ने भी बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से स्कूलों को बंद रखने का आह्वान किया है। बंद को देखते हुए सरकार ने पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। पुलिस मुख्यालय से सभी पुलिस अधीक्षकों को संदेनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात करने केनिर्देश दिए गए हैं।
लोगों ने शुक्रवार को हिंदू संगठनों के बंद की अपील को लेकर नगर में एनाउंस भी किया था। जिसका पालन करते हुए लोग अपनी दुकाने, होटल व व्यवसाय बंद रखे। इस दौरान सुरक्षा व शांति व्यवस्था के लिए जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया था। चौक-चौराहों पर पुलिस बल के जवान खड़े रहे।
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वहीं पुलिस पेट्रोलिंग की टीम नगर में गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था व बंद का जायजा लेती रही। शहर बंद होने से लोगों को जरुरत के सामानों की खरीददारी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बंद से सबसे ज्यादा परेशान बाहर से आए यात्रियों को हुआ। जिन्हें चाय-नाश्ते के लिए भटकना पड़ा। वहीं बस सेवाएं भी बंद रहने से उन्हें बस स्टैंड में ही बैठकर वक्त गुजारना पड़ा।

