छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा और सक्ती जिलों में लाखों वाहन मालिक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगवाने में भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। वजह है – आधार कार्ड और वाहन रजिस्ट्रेशन में दर्ज मोबाइल नंबर और नाम की असमानता। वर्ष 2019 से पहले रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मैनुअल होने के कारण अधिकांश RC बुक में मोबाइल नंबर और आधार नंबर अपडेट नहीं हैं। कई मामलों में मोबाइल नंबर बदल चुके हैं, तो कई में आधार और आरसी बुक में नाम या सरनेम में फर्क पाया जा रहा है। इस कारण ऑनलाइन सिस्टम में दस्तावेजों का मिलान नहीं हो पा रहा है।
इस समस्या के चलते हजारों वाहन मालिकों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। अब तक जिले में केवल 8969 वाहनों में ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जा सकी है, जबकि जिले में अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत वाहनों की संख्या 3 लाख से अधिक है।
रायपुर में इस स्थिति को देखते हुए आरटीओ कार्यालय में तीन कर्मचारियों – गोपाल केंवट (कक्ष क्रमांक 10), जीआर साहू (कक्ष क्रमांक 08) और महेश कुमार (कक्ष क्रमांक 07) – को विशेष रूप से नियुक्त किया गया है। ये कर्मचारी मोबाइल नंबर या नाम में मिसमैच जैसी समस्याओं को नि:शुल्क सुलझा रहे हैं।
इसके साथ ही परिवहन विभाग की वेबसाइट parivahan.gov.in पर वाहन मालिक स्वयं भी मोबाइल नंबर अपडेट कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आधार और आरसी बुक में दर्ज नाम में पूरी समानता जरूरी है। यदि स्पेलिंग मिस्टेक या अन्य भिन्नता है, तो ऑनलाइन प्रक्रिया फेल हो जाती है और वाहन मालिक को आरटीओ कार्यालय में जाकर ही प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है।
जिले में कुल 2,42,820 बाइक, 19,984 मोपेड, 8,903 फोर व्हीलर, 16,214 ट्रैक्टर और 12,081 ट्रॉली में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगनी बाकी है। जिला परिवहन अधिकारी गौरव साहू के अनुसार, फिलहाल मोबाइल अपडेट और दस्तावेज सुधार के लिए कार्यालय में व्यवस्था की गई है, लेकिन पर्याप्त संसाधन न होने की वजह से अलग से कैंप नहीं लगाया जा रहा है।
वाहन मालिकों से अपील की गई है कि वे समय रहते दस्तावेजों को अपडेट करवा लें, ताकि आगे चलकर कार्रवाई से बचा जा सके।