जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को आतंकियों ने एक सुनियोजित हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया। बैसरन घाटी के ऊपरी इलाकों में स्थित एक रिसॉर्ट पर हुई गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने लोगों की धार्मिक पहचान पूछकर उन्हें निशाना बनाया।
बताया जा रहा है कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकी पुलिस की यूनिफॉर्म में थे और उनकी संख्या 2 से 3 बताई जा रही है। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन खुफिया एजेंसियों को शक है कि इसके पीछे TRF (The Resistance Front) का हाथ हो सकता है।
घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है और सीआरपीएफ की क्विक रिएक्शन टीम को भी तैनात किया गया है। सूत्रों के अनुसार, हमले के शिकार पर्यटक राजस्थान से आए थे।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमरनाथ यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं और पहलगाम इस यात्रा का प्रमुख बेस कैंप माना जाता है। इस हमले ने न केवल स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पर्यटन व्यवसाय पर भी गहरा असर डाला है।
सरकारी सूत्रों का यह भी दावा है कि हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान के तुरंत बाद यह हमला हुआ है। असीम मुनीर पर आतंकवादी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन को कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए उकसाने का आरोप भी लगाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद्य ने इस हमले को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पहलगाम जैसा शांत क्षेत्र आतंकियों के निशाने पर आना गंभीर चिंता का विषय है, खासकर जब अमरनाथ यात्रा जैसे महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियाँ चल रही हैं और बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
इस हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और टूरिस्ट गतिविधियों पर भी अस्थायी रूप से रोक लगाई गई है।