जगदलपुर (छत्तीसगढ़): बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे सुरक्षा बलों के अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर स्थित मुर्कराजगुट्टा के घने जंगलों में सुरक्षाबलों ने एक सीक्रेट कंक्रीट बंकर का पता लगाया है, जिसे कुख्यात नक्सली लीडर हिड़मा जैसे टॉप कमांडर्स के छिपने का अड्डा माना जा रहा है।

अब तक जंगलों में मिट्टी और लकड़ी के अस्थायी बंकर मिलते रहे हैं, लेकिन पहली बार इतनी मजबूती से बना पक्का कंक्रीट बंकर सामने आया है। यह बंकर नक्सलियों के उच्च स्तरीय ठिकाने और उनकी योजनाओं की गंभीरता का संकेत देता है।

बंकर में मिले हाई-टेक इंतजाम

कोबरा 208 बटालियन के जवान जब सर्च ऑपरेशन पर निकले थे, तब इस बंकर का पता चला। बंकर से जब कवर हटाया गया तो जवान भी हैरान रह गए। इसके भीतर 6 सोलर पैनल, 2 सीलिंग फैन और अन्य आवश्यक सुविधाएं मौजूद थीं – जो बताता है कि नक्सली लंबे समय तक यहां रह सकते थे।

12 अन्य नक्सली ठिकानों का भी खुलासा

बंकर मिलने के अलावा इस क्षेत्र में नक्सलियों के 12 अन्य ठिकानों का भी खुलासा हुआ है। सभी जगहों पर डंप नष्ट किए गए, जिसमें राशन, दवाइयां और हथियार शामिल थे।

पास में मिली थी हथियार फैक्ट्री

इस बंकर से कुछ दूरी पर कोमटपल्ली और तुमरेल के जंगलों में नक्सलियों की एक हथियार निर्माण फैक्ट्री भी मिली थी। वहां से बड़ी संख्या में औजार, विस्फोटक सामग्री और असेंबलिंग उपकरण जब्त किए गए हैं।

बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई न केवल रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दर्शाता है कि अब जंगलों में नक्सली अपनी पकड़ कमजोर होते देख हाई-टेक और स्थायी ढांचे की ओर बढ़ने लगे हैं।