छत्तीसगढ़ समाचार,
रायपुर, 18 अप्रैल: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को राजधानी रायपुर के माना कैंप स्थित नगर सेना केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के लिए 18 नए अत्याधुनिक अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने नवा रायपुर के सेक्टर-13 में नवनिर्मित अग्निशमन केंद्र सह आवासीय परिसर और माना में नवीन सेनानी कार्यालय का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अग्निशमन वाहन राज्य की त्वरित आपातकालीन सेवाओं को नई गति देंगे और अग्निकांड जैसी आपात स्थितियों में तेजी से और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने इसे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम बताया। मुख्यमंत्री साय ने कहा, “जीवन की रक्षा सबसे बड़ा कार्य है, और इसे निभाने वाले अग्निशमन कर्मी हमारे सच्चे नायक हैं।”
कार्यक्रम में राज्य आपदा मोचन बल और अग्निशमन राहत दल द्वारा आगजनी की घटना पर आधारित एक रेस्क्यू ऑपरेशन का डेमो भी प्रस्तुत किया गया, जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता और रुचि के साथ देखा। उन्होंने जवानों की तत्परता और सजगता की सराहना की।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अग्निशमन सेवाओं में प्रयुक्त होने वाले अत्याधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। अधिकारियों ने उन्हें लुकास जैक, ग्लास ब्रेकर, एयर लिफ्टिंग बैग, पेलिकन टावर लाइट, डायमंड टिप, चेन सॉ, फायर जैल ब्लैकेट, फायर सूट और अंडर वॉटर कैमरा जैसे उपकरणों की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर उप पुलिस महानिरीक्षक अजात शत्रु बहादुर सिंह ने बताया कि वर्ष 2017 में अग्निशमन सेवा को नगरीय निकाय से स्थानांतरित किया गया था। वर्तमान में विभाग को प्रतिवर्ष लगभग 8,000 फायर कॉल्स प्राप्त होते हैं, जो गर्मियों के मौसम में प्रतिदिन औसतन 40 तक पहुंच जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इन 18 नए वाहनों के जुड़ने से विभाग के पास अब कुल 161 अग्निशमन वाहन हो गए हैं। रायगढ़, कोरबा, कबीरधाम, दंतेवाड़ा, धमतरी, कोरिया और अंबिकापुर जैसे जिलों को आज ही ये वाहन सौंपे गए हैं।
कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि नवा रायपुर में अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के लिए एनआरडीए द्वारा 5.5 करोड़ रुपये की लागत से फायर स्टेशन सह आवासीय परिसर का निर्माण कराया गया है, जिसका आज लोकार्पण हुआ।