राजधानी रायपुर के एमजी रोड स्थित जैन दादा बाड़ी में 13 अप्रैल, रविवार को दिव्यांगजनों के लिए एक विशेष नि:शुल्क शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर प्रातः 8 बजे से सायं 5 बजे तक चलेगा। राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त नारायण सेवा संस्थान के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर में दिव्यांगजनों की जांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा की जाएगी। शिविर में भाग लेने के लिए दिव्यांगजनों को आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, और दो पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाना अनिवार्य है। अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर 70235-09999 पर संपर्क किया जा सकता है।

विशेषज्ञों की टीम द्वारा जांच और माप प्रक्रिया

नारायण सेवा संस्थान द्वारा आयोजित यह शिविर ‘कुआं प्यासे के पास’ योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया है, जिसमें अनुभवी ऑर्थोटिस्ट एवं प्रॉस्थेटिक डॉक्टर्स की टीम दिव्यांगजनों की जांच करेगी। जिन लोगों ने किसी हादसे या बीमारी के कारण हाथ-पैर गंवाए हैं या पुराने भारी कृत्रिम अंगों के कारण तकलीफ झेल रहे हैं, उन्हें यहां मॉड्यूलर और हल्के कृत्रिम अंग उपलब्ध कराए जाएंगे। शिविर में दिव्यांगों के लिए कास्टिंग और माप प्रक्रिया कराई जाएगी, और लगभग दो माह बाद एक अलग शिविर में उन्हें उनके नाप के अनुरूप नि:शुल्क कृत्रिम अंग फिट किए जाएंगे।

नि:शुल्क भोजन और सुविधाएं

शिविर में आने वाले सभी दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क भोजन, चाय व अल्पाहार की व्यवस्था की गई है। शिविर का उद्देश्य है दिव्यांगों को आत्मनिर्भर और सशक्त जीवन की ओर अग्रसर करना।

40 वर्षों से मानव सेवा में समर्पित संस्थान

1985 से स्थापित नारायण सेवा संस्थान मानवता और दिव्यांग सेवा के क्षेत्र में पिछले 40 वर्षों से कार्यरत है। संस्थान के संस्थापक पद्मश्री कैलाश मानव जी की प्रेरणा से यह संस्था हजारों दिव्यांगों के जीवन में रोशनी ला चुकी है। संस्थान के अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने मेडिकल, शिक्षा, कौशल विकास और खेल अकादमी के माध्यम से लाखों दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा है। संस्थान अब तक 40,000 से अधिक कृत्रिम अंगों का वितरण कर चुका है और छत्तीसगढ़ के दिव्यांगजनों को भी इसका लाभ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।