राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में नए शिक्षा सत्र की शुरुआत के साथ ही सभी सरकारी, अनुदानित, गैर-अनुदानित और निजी स्कूलों के समय में अस्थायी रूप से बदलाव किया है। अब 17 जून से 21 जून तक ये सभी स्कूल सुबह 7 बजे से 11 बजे तक संचालित होंगे। इसके बाद सोमवार, 23 जून से स्कूल पूर्व निर्धारित समय पर ही लगेंगे।

हालांकि, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश अधूरा प्रतीत हो रहा है क्योंकि इसमें दो पाली में चलने वाले स्कूलों को लेकर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं। प्रदेश में कई ऐसे सरकारी और निजी स्कूल हैं, जो आज भी दो पालियों में संचालित हो रहे हैं। ऐसे में इन स्कूलों के प्रबंधन और विद्यार्थियों में भ्रम की स्थिति बन गई है।

गर्मी से राहत देने के लिए बदला गया समय

यह फैसला लगातार बढ़ती गर्मी और उमस को देखते हुए लिया गया है। विभाग ने माना है कि इन मौसमीय परिस्थितियों का विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसी कारण अस्थायी रूप से स्कूलों का समय घटाया गया है।

विलंब से जारी हुआ आदेश, अभिभावकों को भी परेशानी

शिक्षक संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से पहले ही शाला प्रवेशोत्सव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की गई थी। लेकिन शिक्षा विभाग ने सत्र शुरू होने के एक दिन बाद ही यह आदेश जारी किया, जिससे कई स्कूल और अभिभावक समय पर जानकारी नहीं प्राप्त कर पाए। इससे विद्यार्थियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।

स्पष्ट निर्देशों की मांग

अब दो पाली में संचालित स्कूलों के शिक्षक, प्रबंधन और माता-पिता शिक्षा विभाग से जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो और सभी स्कूल समय पर समन्वित रूप से संचालित हो सकें।