सिलतरा-साकरा सर्विस रोड पर अब भारी वाहन नहीं दौड़ सकेंगे। प्रशासन ने आखिरकार इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए बेरिकेड्स लगा दिए हैं। इस फैसले से क्षेत्र के ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि लंबे समय से वे हादसों के डर में जी रहे थे और बार-बार प्रशासन से इस मांग को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे थे।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सर्विस रोड केवल 15 फीट चौड़ी है और यहां चौबीसों घंटे भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहती थी, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती थीं। सिलतरा और साकरा बस्ती में आने-जाने के लिए ग्रामीणों को मुख्य सिक्स लेन हाईवे से 1 किलोमीटर आगे जाकर यू-टर्न लेना पड़ता है, जिससे जोखिम और बढ़ जाता था।
सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 200 छोटे-बड़े उद्योग संचालित हैं, जिनके ट्रक और भारी वाहन इसी संकरी सर्विस रोड से गुजरते थे। इससे जाम की समस्या भी आम हो गई थी। इसी कारण से ग्रामीण लम्बे समय से इस मार्ग पर भारी वाहनों की एंट्री बंद करने और एक अंडरब्रिज की मांग करते आ रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, वे वर्ष 2020 से लगातार अंडरब्रिज निर्माण और ट्रक ट्रैफिक पर रोक की मांग कर रहे थे। साकरा, सोंडरा, धनेली, निमोरा, मुरेठी और सिलतरा गांवों के लोगों ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल से भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की अपील की थी। अब जाकर प्रशासन की पहल से उन्हें कुछ राहत मिली है, हालांकि अंडरब्रिज जैसी स्थायी समाधान की दिशा में अभी कदम उठाया जाना बाकी है।