दुर्ग/भिलाई। छत्तीसगढ़ पुलिस ने दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ और छावनी थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कैंप-2 इलाके में छापेमारी कर इन्हें पकड़ा। ये दोनों करीब 12 साल पहले अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर देश में घुसे थे।

 

मुख्य तथ्य:

  • गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन (48) और साथी खातून बांग्लादेश के जेस्सोर जिले के रहने वाले हैं

  • दोनों ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के फर्जी पते से आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत कई नकली दस्तावेज बनवाए

  • पिछले 6-8 महीने से भिलाई के कैंप-2 इलाके में किराए के मकान में रह रहे थे

  • दुर्ग जिले में अब तक 7 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार किए जा चुके हैं

कैसे हुई गिरफ्तारी?

एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अमन लकड़ी टाल के पास कुछ बांग्लादेशी रह रहे हैं। 3 जून को हुई छापेमारी में दोनों को पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि मोहम्मद अब्दुल 2012 में और साथी खातून 2014 में भारत आए थे।

ऐसे कर रहे थे गैरकानूनी गतिविधियां:

  • मोबाइल इंटरनेट के जरिए बांग्लादेश में रिश्तेदारों से संपर्क बनाए रखा

  • भारत में फर्जी नाम और पहचान बनाकर रह रहे थे

  • घरेलू काम, टेंट हाउस और मजदूरी का काम करते थे

  • एक बांग्लादेशी युवक ने उन्हें यहां गार्ड की नौकरी के बहाने लाया था

पुलिस ने दोनों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, पासपोर्ट एक्ट और जाली दस्तावेज बनाने के मामले में केस दर्ज किया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने इन्हें संरक्षण दिया और फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद की।