केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख चिराग पासवान ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के दौरे के दौरान पार्टी के राज्य में विस्तार के संकेत दिए। रायपुर एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। वे एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से शिष्टाचार भेंट की।

मीडिया से बातचीत में पासवान ने कहा कि आने वाले समय में वे छत्तीसगढ़ में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार दौरे करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी पहले से नागालैंड और झारखंड में प्रतिनिधित्व कर रही है और अब उत्तर प्रदेश, पंजाब तथा छत्तीसगढ़ में भी पार्टी का सशक्त विस्तार करने की योजना पर काम कर रही है।

बिहार से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई

चिराग पासवान ने केंद्र की राजनीति से ज्यादा राज्य की राजनीति में सक्रिय रहने की इच्छा भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य बिहार को विकसित राज्यों की सूची में लाना है और इसके लिए वे जल्द ही बिहार की राजनीति में लौटना चाहते हैं। उन्होंने पार्टी से इस संबंध में अपनी भावना साझा की है।

जब उनसे पूछा गया कि पार्टी तो उन्हीं की है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी निर्णय का सामूहिक असर देखा जाता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर पार्टी समझेगी कि उनके चुनाव लड़ने से लाभ होगा, तभी यह फैसला लिया जाएगा।

राजनीतिक संकेत स्पष्ट

चिराग पासवान के इस दौरे और बयानों से यह साफ संकेत मिलते हैं कि लोजपा अब राष्ट्रीय राजनीति से आगे बढ़कर राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। खासकर छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में संगठन को विस्तार देने की दिशा में पार्टी गंभीर रणनीति बना रही है।