कन्हर एनीकट के गेट खराब होने के कारण पानी तेजी से निकल रहा है। पिछले तीन दिनों में एनीकट का जलस्तर आधे से भी कम हो गया है। अगर इसी तरह पानी की निकासी जारी रही तो दो-तीन दिनों में एनीकट पूरी तरह सूख सकता है। जल स्तर घटने के कारण रविवार को बड़ी संख्या में लोग मछली पकड़ने के लिए नदी में उतर गए। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी नदी में मछली पकड़ते दिखाई दिए। पानी कम होने से मछलियां अधिक सक्रिय हो गईं, जिससे लोग बर्तनों, हाथ और जाल से मछली पकड़ते नजर आए।

यह बात ध्यान देने वाली है कि एनीकट के निर्माण के बाद से ही इसके गेट खराब हैं, जिसकी वजह से गर्मियों में कभी भी पर्याप्त जल संचयन नहीं हो पाया। पानी पतली धार में बहने या सूखने के कारण एनीकट का जलस्तर तेजी से घटता है। हाल के दिनों में कन्हर नदी में पानी की मात्रा बहुत कम रह गई है, जिससे एनीकट में जलभराव आधे से कम हो गया है।

जैसे ही एनीकट से तेजी से पानी निकल रहा है, उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि अगले दो-तीन दिनों में यह पूरी तरह सूख सकता है। अभी भी जल संसाधन विभाग के पास जल रोकने की व्यवस्था करने का विकल्प मौजूद है। जल स्तर घटते ही मछली पकड़ने वालों की भीड़ बढ़ गई है और रविवार को बड़ी संख्या में लोग मछली पकड़ते हुए देखे गए।

नगर पालिका की जल आपूर्ति पूरी तरह कन्हर नदी पर निर्भर है। इसलिए अगर नदी सूखती है, तो शहर में गंभीर जल संकट उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है। हर साल गर्मियों में यहां जल संकट की स्थिति बनती है, और आने वाले समय में यह समस्या और गहराने की आशंका है।