अंबिकापुर शहर में एक भव्य तिरंगा यात्रा और सिंदूर यात्रा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शहर के सभी वर्गों, समुदायों और उम्र के लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। यह आयोजन भारतीय सेना के साहस और बलिदान को सम्मानित करने के साथ-साथ नागरिकों की गहरी राष्ट्रभक्ति का भी प्रमाण था।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले और भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद, इस गैर-राजनीतिक तिरंगा यात्रा में लोगों का भारी उत्साह देखा गया। भारत माता की जय और भारतीय सेना जिंदाबाद के नारों के साथ यह यात्रा शाम 5 बजे गुरु नानक चौक से शुरू होकर विवेकानंद चौक पर समाप्त हुई, जहां शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।

साथ ही, माताओं और बहनों ने सिंदूरी परिधान पहनकर हाथों में सिंदूर की थालियां लेकर वीर जवानों के प्रति अपनी श्रद्धा और आशीर्वाद व्यक्त किया। यह सिंदूर यात्रा जय स्तंभ चौक से घड़ी चौक तक आयोजित की गई। महापौर मंजूषा भगत ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय जवानों ने देश की आन-बान और शान को बनाए रखा है, और उन्होंने वीर शहीदों को नमन किया।

डॉक्टर योगेंद्र सिंह गहरवार ने ऑपरेशन सिंदूर की चार दिनों की उपलब्धियों को कविता के माध्यम से दर्शाया और बताया कि कैसे देश ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। वहीं, महेंद्र सिंह टुटेजा ने कहा कि यह वही भारत है जिसे देशवासियों ने अपने खून से संजोया है। अधिवक्ता राज्यवर्धन सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी सफलता इतिहास में दुर्लभ है और हमारी मिसाइलों ने दुश्मन को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है।

भारत सिंह सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा किसी राजनीतिक दल का आयोजन नहीं थी, बल्कि यह एक जनआंदोलन था जो राष्ट्र और शहीदों के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि दर्शाता है। उन्होंने सरगुजा के लोगों की इस जोशपूर्ण भागीदारी की प्रशंसा की, जिसने देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया।

इस यात्रा में सांसद चिंतामणि महाराज, गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष अनुराग सिंह देव, विधायक राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। कुल मिलाकर यह आयोजन देशभक्ति और शहीदों के प्रति सम्मान की एक अनूठी मिसाल बनकर उभरा।