छत्तीसगढ़ के डोमा गांव में फर्जी दस्तावेजों के जरिये जमीन हड़पने और उसे बेचने का मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने पूर्व पति की संपत्ति को गलत तरीके से अपने नाम करवाकर उसे बेच दिया। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस के अनुसार, मिन्हाजुद्दीन और उनके भाई शाहिद मुनीर के नाम पर डोमा गांव में 0.1120 हेक्टेयर जमीन है। शाहिद की शादी 1992 में सुलताना बेगम से हुई थी, लेकिन तीन साल बाद 1995 में उनका तलाक हो गया था। तलाक के बाद सुलताना ने दूसरी शादी कर ली, जबकि शाहिद धार्मिक यात्राओं में व्यस्त रहते थे और लंबे समय तक उनसे संपर्क नहीं हो सका।

इस बीच सुलताना ने अपने पूर्व पति शाहिद की सिविल डेथ घोषित करने के लिए अदालत में वाद दायर किया और खुद को उनकी संपत्ति की वारिस बताने की कोशिश की। हालांकि अदालत ने संपत्ति पर वारिस होने का दावा खारिज कर दिया।

इसके बाद सुलताना ने अपने बेटे फैजल शाहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी, मोहम्मद फारूख और अन्य की मदद से फर्जी तरीके से अपने नाम को पटवारी रिकॉर्ड में दर्ज करा लिया और फिर जमीन को 15.12 लाख रुपये में मोती शेख नामक व्यक्ति को बेच दिया।

जब खरीदार ने नामांतरण के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराया तो असली मालिकों को इसकी जानकारी हुई। मिन्हाजुद्दीन ने सेजबहार थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने सुलताना बेगम सहित छह लोगों के खिलाफ भारतीय न्याया संहिता (BNS) की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है।

सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस ने एक आरोपी को थाने बुलाकर पूछताछ की थी, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। इसी तरह की धोखाधड़ी का एक और मामला कोटा इलाके में सामने आया था, जिस पर सरस्वती नगर पुलिस कार्रवाई कर रही है।