कोटा से एक चौंकाने वाली और लापरवाही भरी घटना सामने आई है, जहां कोटा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने दुर्घटना में घायल युवक मनीष की जगह उसके लकवाग्रस्त पिता का ऑपरेशन कर दिया। यह हादसा तब हुआ जब मनीष के पिता ऑपरेशन थियेटर के बाहर अपने बेटे की सर्जरी का इंतजार कर रहे थे।

घायल मनीष ने ANI को बताया कि उसकी सर्जरी शनिवार को निर्धारित थी और वह अपने लकवाग्रस्त पिता को अस्पताल लेकर आया था क्योंकि घर पर उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था। उसने अपने पिता से कहा था कि वे बाहर बैठकर उसका इंतजार करें।

लेकिन जब मनीष सर्जरी के बाद लौटा, तो उसने देखा कि उसके पिता के शरीर पर 5-6 टांके लगे हैं। हैरान मनीष ने कहा, “मुझे नहीं पता कि ऑपरेशन थियेटर में क्या हुआ। डॉक्टरों ने मेरे पिता का ऑपरेशन कर दिया। मैं भी खुद घायल हूं, मैं कर ही क्या सकता हूं?”

इस लापरवाही की खबर जब कोटा मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना तक पहुंची, तो उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि तीन सदस्यों की एक जांच समिति बनाई गई है, जो 2-3 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

डॉ. सक्सेना ने प्रेस को बताया, “हमने इस मामले को गंभीरता से लिया है। समिति पूरी घटना की जांच करेगी और स्पष्ट करेगी कि आखिर यह चूक कैसे हुई।”

यह घटना सरकारी अस्पतालों में लापरवाही और मरीजों की सुरक्षा को लेकर गहरे सवाल खड़े करती है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह गलती कैसे हुई और जिम्मेदार कौन हैं।