छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में रेलवे द्वारा पीक यात्री सीजन के दौरान कई रेल सेक्शनों में ब्लॉक किए गए हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिलासपुर-झारसुगुड़ा सेक्शन में कोतरलिया स्टेशन पर यार्ड मॉडिफिकेशन कार्य चल रहा है, जिसके चलते 24 अप्रैल तक नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य प्रगति पर है। इस कारण कई ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, वहीं कुछ ट्रेनों को मार्ग में रोककर निकाला जा रहा है, जिससे यात्रियों को विशेष रूप से गर्मी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

यह कार्य बिलासपुर-झारसुगुड़ा 206 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन परियोजना का हिस्सा है, जिसकी लागत लगभग 2100 करोड़ रुपये है। इस समय रेलवे के 500 से अधिक अधिकारी, इंजीनियर और श्रमिक आधुनिक मशीनों की सहायता से कार्य में जुटे हुए हैं। कोतरलिया स्टेशन पर एक अतिरिक्त प्लेटफॉर्म का निर्माण, एडवांस इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की स्थापना, सिग्नलिंग और ट्रैक कनेक्टिविटी का कार्य किया जा रहा है।

इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद ट्रेनों की आवाजाही अधिक सुगम और तेज होगी, जिससे आउटर पर ट्रेनों को रोके बिना सीधे प्लेटफॉर्म पर लाया जा सकेगा। कोरबा, रायगढ़, चांपा, झारसुगुड़ा जैसे औद्योगिक शहरों से जुड़ने वाली इस रेल लाइन की चौथी लाइन शुरू होने से यात्रियों को बेहतर सुविधा और समय की बचत मिलेगी।