रायपुर के रेलवे क्षेत्र में स्थित डब्ल्यू आर एस केंद्रीय विद्यालय (1), जिसे हाल ही में ‘पीएम श्री स्कूल’ योजना के अंतर्गत चुना गया है, वर्तमान में बुनियादी सुविधाओं की कमी और प्रबंधन की लापरवाही के कारण चर्चा में है।

पीएम श्री स्कूल योजना का उद्देश्य

‘पीएम श्री स्कूल’ योजना का उद्देश्य देशभर के चयनित विद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करना है, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, विज्ञान प्रयोगशालाएं, खेल सुविधाएं और पर्यावरण के अनुकूल अवसंरचना शामिल हैं। इस योजना के तहत, डब्ल्यू आर एस केंद्रीय विद्यालय (1) को भी चुना गया है, जिससे छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और सुविधाएं प्रदान की जा सकें।

वास्तविकता में सुविधाओं की कमी

हालांकि, विद्यालय की वर्तमान स्थिति योजना के उद्देश्यों के विपरीत है। गर्मी के मौसम में छात्रों को धूप में खड़े होकर पानी पीना पड़ता है, क्योंकि पीने के पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा, कक्षाओं के पास टूटे हुए फर्नीचर का ढेर लगा हुआ है, जिससे न केवल सौंदर्य बिगड़ता है, बल्कि यह सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है।

प्रबंधन की उदासीनता

विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। छात्रों और अभिभावकों की शिकायतों के बावजूद, समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्राचार्य और अन्य संबंधित अधिकारी इन मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं, जिससे छात्रों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

अभिभावकों और छात्रों की चिंता

अभिभावक और छात्र विद्यालय की इस स्थिति से चिंतित हैं। उनका मानना है कि यदि ‘पीएम श्री स्कूल’ योजना के तहत चयनित विद्यालय की यह स्थिति है, तो अन्य विद्यालयों की स्थिति की कल्पना करना कठिन नहीं है। वे चाहते हैं कि संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान दें और आवश्यक सुधार करें।

आवश्यक कदम

इस स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक है कि शिक्षा विभाग और संबंधित अधिकारी विद्यालय का निरीक्षण करें और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएं। ‘पीएम श्री स्कूल’ योजना के उद्देश्यों की पूर्ति तभी संभव है जब विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं और प्रबंधन अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी से करे।

डब्ल्यू आर एस केंद्रीय विद्यालय (1) की वर्तमान स्थिति एक चेतावनी है कि योजनाएं तभी सफल हो सकती हैं जब उनका सही तरीके से क्रियान्वयन किया जाए। छात्रों के भविष्य के लिए आवश्यक है कि विद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ सुविधाओं पर भी समान रूप से ध्यान दिया जाए।