नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं ने रायपुर स्थित ED कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उनका कहना है कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। भूपेश बघेल ने कहा कि यह कार्रवाई विपक्ष को दबाने की रणनीति का हिस्सा है।

प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 के रूप में नामित किया है। चार्जशीट में आरोप है कि गांधी परिवार ने यंग इंडियन लिमिटेड के माध्यम से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा किया, जिसकी कीमत लगभग ₹2,000 करोड़ बताई गई है ।​

इस मामले में विशेष अदालत ने चार्जशीट पर विचार के लिए 25 अप्रैल 2025 की तारीख निर्धारित की है

कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है और कहा है कि वह इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी।

इस बीच, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है और इसमें कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है ।​

नेशनल हेराल्ड केस में हुई इस कार्रवाई ने देश की राजनीति में एक बार फिर से सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव को उजागर कर दिया है।