भारत के सेमीकंडक्टर निर्माण अभियान को नई ऊंचाई पर ले जाते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को नए रायपुर में राज्य की पहली गैलियम नाइट्राइड (GaN) आधारित सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई की आधारशिला रखी।
इस अत्याधुनिक फैब की योजना 2026 के अप्रैल-मई तक व्यावसायिक उत्पादन शुरू करने की है। संयंत्र का लक्ष्य 2030 तक प्रति वर्ष 10 बिलियन चिप्स का उत्पादन करना है।
मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “यह सिर्फ एक संयंत्र नहीं, बल्कि नए छत्तीसगढ़ की पहचान है।”
गैलियम नाइट्राइड, जिसे उच्च शक्ति और उच्च आवृत्ति वाले इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए सिलिकॉन से बेहतर माना जाता है, अपने उच्च दक्षता, थर्मल परफॉर्मेंस और स्थायित्व के लिए वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय है।
बड़ी निवेश की घोषणा
पॉलीमेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ईश्वर राव नंदम ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में 10,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की घोषणा की। कंपनी ने 1,143 करोड़ रुपये की लागत से इस सुविधा को विकसित करने का संकल्प लिया है।
एक सरकारी अधिकारी के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया, “यह सुविधा 5G और 6G दूरसंचार बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करने के लिए उच्च आवृत्ति वाले GaN चिप्स का उत्पादन करेगी, और यह भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मील का पत्थर होगी।”
रोजगार और नवाचार का केंद्र
परियोजना के तहत बीई, बीटेक, डिप्लोमा, पॉलिटेक्निक और आईटीआई योग्यताधारी युवाओं को संयंत्र संचालन के लिए नियुक्त किया जाएगा। इस पहल से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही विदेशी निवेश आकर्षित होगा और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, रायपुर स्थित यह सुविधा रेडियो फ्रीक्वेंसी सिस्टम, रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग के लिए नवाचार केंद्र के रूप में उभरेगी। पॉलीमेटेक यहां चिप्स की एडवांस पैकेजिंग का कार्य भी संभालेगी।