“छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार 2025: प्रथम चरण में 1.09 लाख से अधिक आवेदन, मई में समाधान शिविर”
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित “सुशासन तिहार 2025” का प्रथम चरण 8 से 11 अप्रैल तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस चरण में राज्यभर से कुल 1,09,452 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1,06,421 आवेदन विभिन्न मांगों से संबंधित थे, जबकि 3,031 आवेदन शिकायतों के रूप में दर्ज किए गए।
प्रमुख मांगें और योजनाएं
प्रथम चरण में प्राप्त मांगों में निम्नलिखित योजनाओं के लिए सबसे अधिक आवेदन प्राप्त हुए:
-
प्रधानमंत्री आवास योजना
-
महतारी वंदन योजना
-
राशन कार्ड निर्माण
-
सड़क और नाली निर्माण
-
शिक्षकों की नियुक्ति
-
पेंशन योजनाएं
-
आयुष्मान भारत कार्ड
-
भूमिहीन किसान सहायता निधि
आवेदन संग्रहण की प्रक्रिया
राज्य सरकार ने समाधान पेटियों के माध्यम से ग्राम पंचायतों, नगर निगमों, जनपद पंचायतों, तहसील कार्यालयों और अन्य सरकारी संस्थानों में आवेदन एकत्र किए। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन स्वीकार किए गए। रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में विशेष रूप से समाधान पेटियों की व्यवस्था की गई थी, जहां नागरिकों ने अपनी समस्याएं और मांगें दर्ज कीं।
आगामी चरणों की योजना
-
द्वितीय चरण (12 अप्रैल – 4 मई 2025): इस चरण में प्राप्त आवेदनों का स्कैनिंग, सॉर्टिंग और संबंधित विभागों को अग्रेषण किया जाएगा।
-
तृतीय चरण (5 मई – 31 मई 2025): इस चरण में समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां नागरिकों को उनके आवेदनों के निवारण की जानकारी प्रदान की जाएगी और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ से अवगत कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पहल को जनता से सीधे संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक नागरिक सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं और उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
सुशासन तिहार 2025 के अगले चरणों में भी नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की जा रही है, जिससे राज्य में सुशासन की दिशा में ठोस प्रगति हो सके।
-