छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में वांछित कारोबारी विजय भाटिया को आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने दिल्ली से गिरफ्तार कर रायपुर लाया और अवकाशकालीन अदालत में पेश किया। अदालत ने फिलहाल भाटिया को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। EOW ने उससे पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड मांगी थी, जिसे कोर्ट ने अस्वीकार करते हुए मामला विशेष न्यायालय में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया।

छापेमारी में मिला अहम सबूतों का जखीरा

2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के तहत भाटिया के नेहरू नगर और आदर्श नगर स्थित आवासों, भिलाई-3 के फर्नीचर शोरूम, दुर्ग की फैक्ट्री, उसके मैनेजर संतोष रामटेके और अन्य करीबी व्यक्तियों के कुल 8 ठिकानों पर छापा मारा गया। इस दौरान टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संपत्ति और निवेश से संबंधित पेपर्स जब्त किए हैं। इसके साथ ही दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

दो साल से था फरार

 विजय भाटिया का नाम छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले में सामने आने के बाद 2 साल पहले ED ने उसके दुर्ग स्थित आवास पर छापा मारा था, जिसके बाद से वह फरार था। ACB और EOW की संयुक्त टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। हाल ही में दिल्ली में उसके छिपे होने की जानकारी मिलने पर उसे वहां से गिरफ्तार किया गया।

राजनीतिक कनेक्शन भी चर्चा में

बताया जा रहा है कि विजय भाटिया छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। वह पहले भी ईडी की जांच के दायरे में आ चुके हैं। शराब घोटाले की जांच शुरू होने के बाद से ही भाटिया का नाम लगातार सुर्खियों में बना रहा है। इस मामले में पहले भी कई अधिकारियों और व्यापारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।