छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) ने वोकेशनल ट्रेनिंग प्रक्रिया को सरल और व्यवस्थित करने का फैसला लिया है। अब CSVTU से जुड़े इंजीनियरिंग और अन्य डिग्री कोर्स के छात्रों को वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए कंपनियों का चयन करने में आसानी होगी। इसके लिए विश्वविद्यालय ने डिजिवर्सिटी पोर्टल लॉन्च किया है, जहां से छात्र ही वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए आवेदन कर सकेंगे।

डिजिवर्सिटी पोर्टल पर छात्रों को सरकारी और निजी कंपनियों समेत लगभग 150 विकल्प मिलेंगे। छात्र इनमें से किसी भी कंपनी का चयन कर वहां ट्रेनिंग कर सकते हैं। इससे पहले छात्र अपनी मर्जी से कंपनियों का चुनाव करते थे, जिससे विश्वविद्यालय को सही जानकारी नहीं मिल पाती थी। अब केवल पोर्टल पर सूचीबद्ध कंपनियों में ही वोकेशनल ट्रेनिंग करने की अनुमति मिलेगी।

यह सुविधा CSVTU से संबद्ध यूजी और डिप्लोमा कोर्स के छात्रों को दी जाएगी, विशेष रूप से चौथे और छठे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए। उन्हें निर्धारित समय के अनुसार ट्रेनिंग पूरी करनी होगी। ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को इंडस्ट्री के चल रहे प्रोजेक्ट्स से जुड़ने का मौका मिलेगा, जिससे वे वास्तविक समस्याओं को समझकर समाधान की दिशा में काम कर सकेंगे।

CSVTU ने कई सरकारी विभागों और निजी कंपनियों के साथ समझौते किए हैं, और कॉलेजों को भी यह अधिकार दिया गया है कि वे अपने स्तर पर अधिक कंपनियों को पोर्टल पर जोड़ सकें। फिलहाल, बीएसपी, पीडब्ल्यू जैसे कई सरकारी विभाग और देश-प्रदेश की बड़ी निजी कंपनियां इस ट्रेनिंग में शामिल हैं।

CSVTU ट्रेनिंग की मॉनिटरिंग भी करेगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्र प्रमाणित कंपनियों से ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और उनकी उपस्थिति सही ढंग से दर्ज हो रही है। इस नए पोर्टल में कोर इंजीनियरिंग, आईटी, मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमेशन, डिजाइन और नई तकनीकों पर आधारित कंपनियां शामिल हैं।

CSVTU के कुलसचिव डॉ. अंकित अरोरा ने बताया कि छात्रों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा और केवल इसमें सूचीबद्ध कंपनियों से ही ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसका उद्देश्य वोकेशनल ट्रेनिंग की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाना है।