कांकेर जिले में एक आदिवासी युवती के साथ हुई घटना को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। सुमित बाजार के पास स्थित अरिहंत कपड़ा दुकान में काम करने वाली आदिवासी युवती मेघा कांगे पर दुकान मालिक वीरचंद पारक ने 2 मई को ₹1.5 लाख की चोरी का आरोप लगाया।

दुकानदार ने युवती को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए ₹50 के स्टाम्प पेपर पर लिखवाया कि वह अपनी तनख्वाह से किस्तों में यह राशि चुकाएगी। इसके अलावा, दुकानदार ने उसकी मां और बहन से भी स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करवाए और युवती के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र व बैंक पासबुक जब्त कर लिए।

इससे परेशान होकर मेघा कांगे ने कांकेर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। उसने आरोप लगाया है कि उससे और उसके परिवार से जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए गए और उसे मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए उसने मांग की है कि आरोपी दुकानदार पर आदिवासी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए।