डोंगरगांव थाना क्षेत्र में एक महिला द्वारा पटवारी की नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से 3 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी महिला ने न तो नौकरी दिलाई और न ही पैसे लौटाए। पीड़ित युवक की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पहलवान चारभाठा निवासी भानूप्रसाद साहू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। भानूप्रसाद ने बताया कि वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पटवारी पद की भर्ती निकाली गई थी, जिसमें उसने आवेदन किया था। इस दौरान उसके मित्र अरुण कुमार पन्द्रो ने बताया कि वह एक महिला को जानता है जो सरकारी नौकरी लगवा सकती है।

अरुण भानूप्रसाद को उस महिला के पास लेकर गया, जिसने खुद को अनिता वर्मा पति संतोष वर्मा, निवासी सरकारी मुद्रणालय चिखली बताया और मेडिकल कॉलेज पेंड्री, राजनांदगांव के एकाउंट विभाग में पदस्थ होना बताया। अनिता वर्मा ने पटवारी की नौकरी दिलाने के बदले 3 लाख रुपये की मांग की।

इसके बाद भानूप्रसाद, अरुण, परमानंद नेताम और उसके पिता राजकुमार के साथ अनिता के घर चिखली गया और वहां 2 लाख 40 हजार रुपये नकद दिए। शेष 60 हजार रुपये अनिता के बैंक खाते में तीन बार में ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए।

हालांकि, काफी समय बीतने के बावजूद न तो भानूप्रसाद को नौकरी मिली और न ही रकम वापस की गई। अंततः उसने डोंगरगांव थाने में शिकायत की, जिसके आधार पर पुलिस ने अनिता वर्मा के खिलाफ IPC की धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।