दुर्ग जिले के अंजोरा क्षेत्र में एक कॉलेज छात्रा से एक लाख रुपए की जबरन वसूली का प्रयास करने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने डिप्टी कलेक्टर का फर्जी नंबर प्लेट लगाकर युवती को डराने और धमकाने की कोशिश की थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी वैभव भारती गोस्वामी उर्फ दाऊ और उसका साथी प्रियम जैन 29 मई को एक कार में कॉलेज पहुंचे, जिस पर ‘डिप्टी कलेक्टर’ लिखा हुआ था। उन्होंने कॉलेज परिसर में युवती से मुलाकात की और उससे एक लाख रुपए की मांग की। रकम न देने पर उन्होंने उसके पूर्व प्रेम संबंध का खुलासा करने और जान से मारने की धमकी दी। जब युवती के दोस्त वहां पहुंचे, तो दोनों आरोपी गाली-गलौज करते हुए मौके से फरार हो गए।
एएसपी पद्मश्री तवर ने बताया कि पीड़िता और वैभव के बीच पहले प्रेम संबंध थे, लेकिन बाद में आरोपी उसे सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक मैसेज भेजने लगा। युवती ने उससे रिश्ता तोड़कर उसे ब्लॉक कर दिया था।
पुलिस को 30 मई को सूचना मिली कि आरोपी रायपुर भागने की फिराक में हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को दुर्ग बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने रायपुर से किराए की कार ली थी और उसकी नंबर प्लेट हटाकर ‘डिप्टी कलेक्टर’ लिखा हुआ फर्जी प्लेट लगाई थी, जिससे युवती को डरा-धमकाकर पैसे ऐंठे जा सकें।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 308(2), 308(4), 296, 351(3), और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही घटनास्थल से कार, मोबाइल फोन और असली नंबर प्लेट को भी बरामद कर लिया गया है।