भोयना गांव के एक गोदाम में बने सेप्टिक टैंक से 17 मई को मानव कंकाल मिलने के बाद सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने महज दो दिनों में इस रहस्यमय हत्या की गुत्थी सुलझा ली। जांच में सामने आया कि कंकाल गांव के बंटी उर्फ नंदू सोनी का है, जिसकी हत्या उसके सौतेले पिता राममिलन गोड (62) ने की थी।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मंगलवार को एसपी सूरज सिंह परिहार ने प्रेस वार्ता में घटना का खुलासा किया।

पुलिस ने बताया कि नंदू को आखिरी बार 7 साल पहले उसके सौतेले पिता के साथ देखा गया था। इस आधार पर शक की सुई राममिलन पर गई। पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

राममिलन ने बताया कि घटना के दिन नवरात्रि के दौरान वह घर पर अकेला था। रात करीब 10-11 बजे नंदू घर आया और खाना न मिलने पर बहस शुरू हो गई। गुस्से में आकर राममिलन ने नंदू का गला पकड़कर दीवार से दे मारा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

इसके बाद सुबह 4 बजे वह शव को घसीटते हुए गोदाम ले गया और वहां बने सेप्टिक टैंक में नायलॉन की रस्सी से बांधकर फेंक दिया।

7 साल तक यह रहस्य दबा रहा, लेकिन हड्डियां मिलने के बाद मामले की परतें खुलती गईं और आखिरकार पुलिस ने इस जघन्य अपराध का पर्दाफश कर दिया।