दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 24 मई को केरल में दस्तक दे दी है। आमतौर पर केरल में मानसून आने के करीब 10 दिन बाद छत्तीसगढ़ पहुंचता है। इस हिसाब से राज्य में 3 से 5 जून के बीच मानसून के आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इससे पहले नौतपा के दौरान प्रदेश में तेज बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने 26 और 27 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
मानसून के आगमन को लेकर क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि केरल में मानसून जल्दी आने का मतलब यह नहीं है कि पूरे देश में यह जल्दी पहुंचेगा। छत्तीसगढ़ में मानसून समय पर यानी 3-5 जून के बीच ही पहुंचने की उम्मीद है। पिछले साल मानसून यहां 7 जून को पहुंचा था।
देशभर में मानसून की रफ्तार
सामान्य रूप से मानसून 1 जून को केरल में प्रवेश करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। इसके बाद 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से इसकी वापसी शुरू हो जाती है और 15 अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह विदा हो जाता है।
कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों में देश के 15 राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसमें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय शामिल हैं। खासकर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तेज हवाओं और बिजली के साथ मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। अरब सागर में दबाव का क्षेत्र बनने से मौसम में और बदलाव आ सकता है।