नशे की लत अब समाज के हर वर्ग तक पहुंच चुकी है, जिसमें किशोर और युवा भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। इसके गंभीर परिणामस्वरूप लोग कैंसर समेत कई जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि, एक सकारात्मक पहलू यह है कि बड़ी संख्या में लोग नशा छोड़ने के लिए सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल के नशामुक्ति केंद्र में जनवरी से मई 2025 तक कुल 8177 लोग इलाज के लिए पहुंचे हैं। सभी को उनकी स्थिति के अनुसार इलाज व परामर्श प्रदान किया जा रहा है। मरीजों को हर 15 दिन या 1 से 3 महीने के भीतर फॉलोअप के लिए बुलाया जा रहा है ताकि उन्हें स्थायी रूप से नशे से मुक्ति दिलाई जा सके।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत चल रहा जनजागरण
सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले भर में 110 से अधिक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इनमें स्कूली छात्रों और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई और तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
विशेष जागरुकता कार्यक्रम आज
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सुबह 11 बजे भिलाई नगर निगम में विशेष नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें लोगों को तंबाकू के खतरों के बारे में बताया जाएगा और इससे छुटकारा पाने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।
कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई जारी
फूड और ड्रग विभाग ने पिछले पांच महीनों में तंबाकू बेचने वाले विक्रेताओं पर कोटपा अधिनियम के तहत 19,500 रुपए की चालानी कार्रवाई की है। दुर्ग जिले के भिलाई, धमधा और पाटन जैसे क्षेत्रों में 10 से 200 रुपए तक के चालान काटे गए हैं। बावजूद इसके तंबाकू की अवैध बिक्री जारी है। इसे रोकने के लिए अब एसपी और नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलकर सख्त कदम उठाए जाएंगे। खासकर स्कूलों और अस्पतालों के 100 गज के दायरे में तंबाकू बेचने वालों पर कार्रवाई तेज की जाएगी।
हर साल 8 लाख मौतें, WHO ने बताया गंभीर खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में हर साल तंबाकू सेवन से लगभग 8 लाख लोग जान गंवाते हैं। यानी हर दिन औसतन 2200 लोगों की मौत तंबाकू से जुड़ी बीमारियों के कारण होती है। कैंसर, दिल की बीमारी और सांस संबंधी रोगों के प्रमुख कारणों में तंबाकू का नाम सबसे ऊपर है। तंबाकू निषेध दिवस का उद्देश्य लोगों को इस लत से बाहर निकालकर स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना है।