रायपुर, छत्तीसगढ़ – रायपुर से विशाखापट्टनम तक बन रहा 464 किमी लंबा 6 लेन का एक्सप्रेसवे अब लगभग तैयार हो चुका है। शनिवार को छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
डिप्टी सीएम अचानक अभनपुर पहुंचे और भारतमाला परियोजना के तहत निर्माणाधीन ओवरब्रिज एवं सड़क का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद भारत माला प्रोजेक्ट एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़क की गुणवत्ता, निर्माण में उपयोग हो रही सामग्री और कार्य की प्रगति की जानकारी ली।
अधिकारियों से बोले – तय समय में करें कार्य पूर्ण
निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस क्रांतिकारी परियोजना को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने कहा, “इस एक्सप्रेसवे से छत्तीसगढ़ की जनता को सीधा लाभ मिलेगा। यह न केवल विशाखापट्टनम की दूरी कम करेगा, बल्कि एक मजबूत आर्थिक गलियारा भी साबित होगा।”
464 किमी का हाईवे: छत्तीसगढ़, ओडिशा होते हुए आंध्र तक
यह एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव होते हुए ओडिशा के कोरापुट और आंध्र प्रदेश के सब्बावरम तक जाएगा। यह हाईवे अंततः विशाखापट्टनम बंदरगाह से जुड़ेगा, जिससे व्यापार और परिवहन में बड़ी सुविधा होगी।
ग्राम भेलवाडीह में भी लिया जायजा
निरीक्षण के बाद डिप्टी सीएम ग्राम पंचायत भेलवाडीह पहुंचे, जहां उन्होंने सड़क निर्माण स्थल पर उपस्थित अधिकारियों से निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और लेवलिंग के बारे में जानकारी प्राप्त की।
भारत सरकार की क्रांतिकारी योजना
डिप्टी सीएम ने कहा कि यह परियोजना भारत सरकार की क्रांतिकारी योजना है, जो देश के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, “एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक कनेक्टिविटी को नई दिशा मिलेगी।”