रायपुर |
राजधानी रायपुर में एक दशक पुराना ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक ट्रैवल कंपनी ने 20 से 25 बुजुर्गों को बैंकॉक, सिंगापुर, हांगकांग और गोवा ट्रिप के नाम पर ₹35 लाख ठग लिए। इस मामले में महिला आरोपी श्रद्धा राजपूत को 10 साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी अब भी फरार है।
यह घटना वर्ष 2015 की है, जब अभिनव सोनी नामक युवक ने सिविल लाइन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, कमर एजाज अहमद और श्रद्धा राजपूत नामक दो लोगों ने पंडरी बस स्टैंड के सामने श्याम प्लाजा में इमाम टूर एंड ट्रैवल्स नाम से एक ऑफिस खोल रखा था।
इन्होंने विदेशी यात्रा पैकेज (बैंकॉक, सिंगापुर, हांगकांग, गोवा आदि) का प्रचार किया और बुजुर्ग नागरिकों से एडवांस में ₹35 लाख वसूल लिए। लेकिन न तो यात्रा करवाई गई और न ही पैसे लौटाए गए।
गुडियारी से हुई गिरफ्तारी
FIR के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि श्रद्धा राजपूत गुडियारी इलाके में छिपकर रह रही है। सिविल लाइन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और श्रद्धा को गिरफ्तार कर लिया।
श्रद्धा इस टूर कंपनी में अकाउंटेंट का कार्य देखती थी। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी कमर एजाज अहमद अभी भी फरार है और उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है।
जांच जारी
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने की कोशिश की जाएगी। यह गिरफ्तारी उन सीनियर सिटिज़नों को न्याय दिलाने की दिशा में अहम कदम है, जो वर्षों से इस मामले में ठगे गए थे।