नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल नि:शुल्क इलाज और मानव सेवा की एक प्रेरणादायक मिसाल बन चुका है। यह संस्थान न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश और विदेशों से भी मरीजों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है, और इसकी सबसे बड़ी वजह है – यहां सभी चिकित्सा सेवाओं का पूर्णतः नि:शुल्क होना।
यह अस्पताल खास तौर पर जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के इलाज के लिए प्रसिद्ध है। अब तक यहां 37000 से ज्यादा बच्चों की हृदय सर्जरी और 40000 से अधिक महिलाओं और नवजातों का इलाज नि:शुल्क किया जा चुका है।
यह संस्था सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान दे रही है। यहां बीएससी और एमएससी नर्सिंग की पढ़ाई भी नि:शुल्क कराई जाती है।
अस्पताल की एक विशेष बात यह भी है कि यहां कोई कैश काउंटर नहीं है, यानी मरीजों से एक पैसे की भी मांग नहीं की जाती। जब आज के समय में महंगे इलाज को लेकर चिंता बढ़ रही है, ऐसे में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल आस्था, सेवा और समर्पण का प्रतीक बनकर उभरा है।
अस्पताल की शुरुआत नवंबर 2012 में नवा रायपुर (अटल नगर) में श्री सत्य साईं संजीवनी चाइल्ड हार्ट केयर यूनिट के रूप में हुई थी, और फिर 2021 में यहां मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का भी उद्घाटन किया गया।
इसका उद्देश्य सिर्फ चिकित्सा सेवा देना नहीं, बल्कि यह साबित करना है कि “मानव सेवा ही माधव सेवा है।” यही वजह है कि यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज देश-विदेश से इलाज के लिए आते हैं। यह अस्पताल नि:स्वार्थ सेवा का प्रतीक बनकर विश्वभर में ख्याति प्राप्त कर रहा है।
श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल वास्तव में यह दर्शाता है कि यदि सेवा में समर्पण हो, तो सीमाएं नहीं रहतीं – न भौगोलिक, न आर्थिक।