रायपुर, 3 जून 2025 – इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में करोड़ों रुपये के घोटाले के विरोध में राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने एक बेहद अनोखे अंदाज़ में प्रदर्शन करते हुए ‘भ्रष्टाचार की बारात’ निकाली। इस प्रतीकात्मक बारात के ज़रिए NSUI कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति पर गंभीर आरोप लगाए।
प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति ने कुलपति का मुखौटा पहनकर दूल्हे की तरह घोड़े पर सवारी की। नकली नोटों से भरा सूटकेस ‘दहेज’ के रूप में सौंपा गया। बारात में बैंड-बाजे के साथ NSUI कार्यकर्ता नाचते-गाते शामिल हुए और करीब आधा किलोमीटर की दूरी तय की।
इस अनोखे प्रदर्शन में एक अन्य व्यक्ति ने मंत्री का मुखौटा पहनकर भाग लिया और कुलपति की ‘भ्रष्टाचार की बहू’ से प्रतीकात्मक विवाह रचाया गया। NSUI नेताओं ने बताया कि विश्वविद्यालय के बायोटेक इनक्यूबेशन सेंटर के निर्माण में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है, जिसका खुलासा उन्होंने किया है।
घोटाले को लेकर लगाए गंभीर आरोप:
NSUI का आरोप है कि निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग (PWD) की निगरानी के बिना ही करवाया गया और गैर-मानक दरों पर भुगतान किया गया। बावजूद इसके कि काम अभी अधूरा है, करोड़ों रुपये की राशि पहले ही जारी की जा चुकी है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि विश्वविद्यालय की खरीद में 30 से 40 प्रतिशत तक कमीशन लिया गया है।
NSUI ने विश्वविद्यालय को दी चेतावनी:
छात्र संगठन ने कुलपति को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है और पूरे मामले की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। यदि मांगें नहीं मानी गईं तो NSUI ने विश्वविद्यालय के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस प्रदर्शन ने एक बार फिर उच्च शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता और जवाबदेही के मुद्दे को केंद्र में ला दिया है।